दा एंगल।
जयपुर।
बढ़ती महंगाई की मार ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है। पहले से ही दिनों-दिन तेल की कीमतें बढ़ रही हैं। उसके बाद खाद्य तेलों में हो रही बढ़ोतरी। तेल व तिलहनों की वैश्विक आपूर्ति कम होने के कारण कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है. खाद्य तेल कांप्लेक्स में सबसे सस्ता कच्चा पाम तेल का भाव बीते करीब 10 महीने में 89 फीसदी उछला है। अब फिर से रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी से आम आदमी की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है।
पिछले 25 दिन में बढ़े 125 रुपए
एलपीजी गैस सिलेंडरों के दामों में 25 रुपए की वृद्धि की गई है। पिछले 25 दिनों के भीतर ही रसोई गैस के दामों में 125 रुपए की बढ़ोतरी हो चुकी हैं। इसके बाद रसोई गैस का दाम जयपुर में 798 रुपए से बढ़कर 823 रुपए हो गया। वहीं काॅमर्शियल सिलेंडर के दामों में 95 रुपए की वृद्धि की है। इसके बाद कॉमर्शियल सिलेंडर 1530 की जगह अब 1625 रुपये में मिलेगा। दिल्ली में अब 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत 794-819 रुपये हो गई है।
बढ़ती महंगाई से बजट गड़बड़ाया
लगातार हो रही बढ़ोतरी से लोगों को बजट गड़बड़ाने लग गया है। दैनिक जीवन में आवश्यकता वाली तीनों चीजों के लगातार बढ़ रहे दामों के कारण आम आदमी के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं। फरवरी महीने में तीन बार गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाए गए थे। जनवरी में दाम शांत रहे। इससे पहले तेल कंपनियों ने दिसंबर में दो बार दाम बढ़ाए थे। सरकार ने 4 फरवरी को सिलेंडर के दाम में 25 रुपए का इजाफा किया था। उसके बाद 15 फरवरी को फिर से सिलेंडर के दाम 50 रुपए बढ़ाए थे और उसके बाद 25 फरवरी को तीसरी बार सिलेंडर के दामों में 25 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी।
बढ़ती महंगाई से आम आदमी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। तेल-रसोई गैस की बढ़ती कीमतों से परिवहन साधनों ने अपने किरायों में वृद्धि कर दी है। इससे बाहर से आने वाली सब्जियां-फल महंगी हो गई। वहीं दिसंबर में दो बार ही रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी। उसके बाद से जनवरी में दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी।