दा एंगल।
जयपुर।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने आज सुबह जयपुर के आराध्य देव गोविन्ददेवजी मंदिर में पहुंच कर दर्शन किए। कलराज मिश्र को मंदिर महंत ने पूजा-अर्चना कराई। इसके बाद मंदिर महंत ने गर्वनर को ठाकुरजी की तस्वीर भी भेंट की। राज्यपाल ने कहा कि उनका मंदिर में आने का मन था। इसलिए वे बिना बताए ही मंदिर आए हैं। उन्होंने कहा कि वे मथुरा में से आए गोविन्ददेवजी के मंदिर दर्शन करने आए है। गर्वनर बनने से पहले वे मोती डूंगरी गणेश मंदिर गए थे।
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के भी किये थे दर्शन
नवनियुक्त राज्यपाल कलराज मिश्र ने शपथ ग्रहण से पहले भी प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेश मंदिर के दर्शन किये थे। जहां उनकी पत्नी सत्यवती मिश्र के साथ पूजा अर्चना की। उन्होंने प्रदेश की खुशहाली की कामना की।
राज्यपाल ने पेश की सादगी की मिसाल
जब शपथ ग्रहण से पहले ही आम इंसान की तरह मोती डूंगरी पहुंच ने के लिए अशोक स्तम्भ लगी गाड़ी लगाई तो उन्होंने मना कर दिया और कहा कि हमें लोगों की सुविधा का ध्यान रखना है। इसलिए साधारण गाड़ी लगाओ। उन्होंने पुलिस जाब्ता लेने से भी मना कर दिया और साधारण आदमी के जैसे मंदिर पहुंचे।
राज्यपाल ने मीडिया से बात चित करते समय बताया की उन्हें मंदिर के दर्शन कर अच्छा लगा।उन्होंने प्रदेश सहित देश के हित के लिए कामना की। साथ ही उन्होंने ये भी कहा की उन्हें मंदिर में बिना बताये आना था।
बाढ़ प्रभावित इलाको का किया था जायज़ा
राज्यपाल मिश्र प्रदेश के मध्यप्रदेश से सटे इलाकों के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा करेंगे। राज्यपाल शनिवार सुबह हेलिकॉप्टर से बूंदी, झालावाड़, बांरा और कोटा जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा कर हाल जानेंगे। राज्यपाल इसके बाद मीडिया से बात करेंगे। उल्लेखनीय है कि इस बार मध्यप्रदेश में लगातार हुई बारिश से चंबल, पार्वती, कालीसिंध सहित कई नदियां-नाले उफान पर हैं।