द एंगल
जयपुर.
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक का समापन समारोह SMS स्टेडियम में हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्य अतिथि रहे। इस दौरान खेल मंत्री अशोक चांदना, क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया, मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया सहित कई गणमान्य लोग भी समापन समारोह में मौजूद रहें।
खेल दिवस पर खेलों का आगाज बन गया इतिहास- सीएम गहलोत
दुनियाभर में पहली बार 29 अगस्त से शुरू हुए राजस्थान में ग्रामीण ओलंपिक का आज समापन हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को 7 लाख 20 हजार रुपए के नकद पुरस्कार दिए। वहीं आज S.M.S स्टेडियम में वॉलीबॉल खेल आयोजित किया गया जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रेफरी बने थे। बता दें राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों का समापन समारोह खेलों को लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपा गया। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने कहा की आज का दिन ऐतिहासिक है। खेल दिवस पर 29 अगस्त को खेलों का आगाज हुआ, 1 महीने 20 दिन में ही इतिहास बन गया। पहली बार में ही 30 लाख लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं 10 लाख से ज्यादा महिलाओं ने इनमें हिस्सा लिया। सबने इन खेलों को सफल बनाने में सहयोग दिया उन तमाम लोगों का सीएम ने आभार व्यक्त किया।
अगला बजट युवाओं व खिलाड़ियों को होगा समर्पित- सीएम गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा कि ये आयोजन कई मायनों में महत्वपूर्ण है। राजस्थान का व्यक्ति शारीरिक और मानसिक मजबूत है। राजस्थान के खिलाड़ियों में काफी दमखम है। बस इनको आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। सीएम ने कहा कि देश में आज अराजकता का माहौल है। लोकतंत्र में आलोचना बहुत आवश्यक है। ये तो एक आभूषण जैसे होता है, जब तक निंदा नहीं होगी तब तक बेहतर कैसे होगा। जो टीमों ने जीत हासिल की है उन्होंने जिले और गांव का नाम रोशन किया। सीएम ने अपने गृह जिले पर दुख जताते हुए कहा की मेरा जिला जोधपुर पीछे रह गया है।
हनुमानगढ़ ने सबसे ज्यादा 7 मेडल जीते हैं सभी 33 जिलों में इन खेलों ने टैलेंट हंट का काम किया गया है। सीएम ने कहा अगला बजट युवाओं व खिलाड़ियों को समर्पित होगा। वहीं बजट के लिए सभी फीडबैक भी मांगा। सीएम गहलोत ने कहा कि हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुरने झूठा बयान दिया है कि राजस्थान में OPS लागू नहीं हुआ है। लेकिन राजस्थान में OPS लागू हो चुकी है।
खिलाड़ी बनना हैं या खिलौना ये आपको तय करना है- कृष्णा पूनिया
इस दौरान राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच को सबने मिलकर पूरा किया है। कृष्णा पूनिया ने कहा कि जिंदगी एक खेल है, आप खिलाड़ी बनना चाहते हैं या खिलौना ये आपको तय करना है। आयोजन का मकसद प्रतिभाओं को तलाशना था। पूरा राजस्थान ग्रामीण ओलंपिक को हमेशा याद रखेगा। गहलोत सरकार ने खिलाड़ियों के हक के फैसले लिए आउट ऑफ टर्न नौकरी, खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि बढ़ाने के साथ ही कई फैसले लिए और अब खेलों को बढ़ाने के लिए ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन आगामी दिनों में अब शहरी ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा और उसके बाद अगली साल फिर से ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा।
अशोक गहलोत, थारो भलो होज्यो का नारा दिया अशोक चांदना ने
इस समापन समारोह में खेल मंत्री अशोक चांदना ने स्कूलों के PTI और प्रिंसिपल का आभार माना और कहा कि खेलों को सफल बनाने में सबसे बड़ी भूमिका स्कूलों के PTI और प्रिंसिपल ने निभाई। चांदना ने खेल विभाग के इस आयोजन के लिए पंचायत राज विभाग का भी आभार माना।आगे चांदना ने कहा कि हमेशा जीतने वाले घोड़े पर ही दाव लगाया जाता है हारते हुए घोड़े पर कोई दाव नहीं लगाता है, लेकिन खेल विभाग की जिम्मेदारी मुझे दी और हमने 4 साल में इस जिम्मेदारी को निभाने की पूरी कोशिश की।
चांदना ने कहा कि खेल में अगर झगड़ा नहीं हो तो वह खेल ही नहीं। उन्होने कहा की पहले शिकायत आती थी खेल विभाग पर कोई ध्यान नहीं। जब मैंने 3 खेलों में 14 लाख खिलाडियों का प्रस्ताव रखा तब कई लोग कहते थे मंत्री का स्क्रू ढीला हो गया, लेकिन सीएम गहलोत ने मुझ पर भरोसा रखा, आज यह आयोजन बच्चे बुजुर्ग को मैदान पर लेकर आया है। ये खिलाड़ी व खेल प्रेमी आगामी चुनाव में CM गहलोत को प्यार देंगे। वहीं खेल मंत्री अशोक चांदना ने नया नारा दिया “अशोक गहलोत, थारो भलो होज्यो”