भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगस्त-सितंबर महीने में सामान्य से कम बारिश होने की आशंका जताई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौसम विभाग ने अगस्त महीने के लिए 96 फीसदी बारिश का अनुमान लगाया है. हालांकि विभाग का यह भी कहना है कि इस बारिश में नौ प्रतिशत की कमी या बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
इस मानसून की अभी तक की सबसे कम बारिश मणिपुर में दर्ज की गई है जो कि 63 फीसदी कम रही है. इसके अलावा मेघालय में 43 फीसदी, झारखंड में 24 फीसदी, असम में 24 फीसदी, अरूणाचल प्रदेश में 35 फीसदी, नागालैंड में 28 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 15 फीसदी, बिहार में 22 फीसदी कम बारिश हुई है. इसी तरह उत्तर भारत की बात करें तो वहां जम्मू-कश्मीर में साामान्य से 6 फीसदी, उत्तराखंड में 10 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 14 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 6 फीसदी, हरियाणा में 4 फीसदी, और पंजाब में सामान्य से 2 फीसदी कम बारिश हुई है. इसी तरह मध्य भारत के गुजरात में इस दौरान सामान्य से 11 फीसदी कम, छत्तीसगढ़ में 6 फीसदी और महाराष्ट्र में 11 फीसदी बारिश कम दर्ज़ की गई है. वहीं दक्षिण भारत के राज्यों आंध्रप्रदेश में सामान्य से 9 फीसदी कम, तेलंगाना में 5 फीसदी कम, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी 3-3 फीसदी कम बारिश हुई है.
आईएमडी से पहले मौसम की जानकारी देने वाली निजी कंपनी स्काईमेट भी अगस्त और सितंबर के महीनों में बारिश के औसत रहने की बात कह चुकी है. स्काईमेट की मानें तो हिंद महासागर और अरब सागर में बन रहे ‘अल नीनो’ प्रभाव की वजह से देश में बारिश की मात्रा प्रभावित हो सकती है. दरअसल अल नीनो की वजह से भारतीय उप महाद्वीप में मानसूनी हवाओं का वेग धीमा हो जाता है जिसके चलते यहां बारिश में कमी देखी जाती है. जानकारों का कहना है कि कई राज्यों में सामान्य से कम बारिश रहने की वजह से ख़रीफ की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.