अमेठी : लोकसभा चुनाव 2019 का मतदान पूरा होने के बाद आज (23 मई) लोकसभा चुनाव परिणाम 2019 आ रहे हैं। यूपी की अमेठी सीट इस बार भी चर्चा में है। यहां से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मैदान में हैं तो उनको टक्कर देने के लिए दूसरी बार बीजेपी ने चुनाव मैदान में स्मृति ईरानी को उतारा है। गुरुवार को लोकसभा चुनाव नतीजे 2019 के शुरुआती रुझानों में स्मृति ईरानी , राहुल गांधी से लगातार आगे बनी हुई हैं। हालांकि राहुल गांधी बीच में कुछ देर के लिए आगे हुए, लेकिन फिर स्मृति ने उन्हें पछाड़ दिया है।
अगर अमेठी (Amethi) से इस बार बीजेपी की टिकट पर स्मृति ईरानी जीतती हैं तो बीजेपी के लिए यह ऐतिहासिक घड़ी होगी। चूंकि अमेठी कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। आजादी के बाद देश में हुए चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। हालांकि 1998 में बीजेपी यहां से सिर्फ एक बार जीती है।
अमेठी लोकसभा सीट से 1980 में संजय गांधी सांसद रहे। इसके बाद 1981 से लेकर 1996 तक इस सीट से राजीव गांधी लगातार सांसद रहे। 1999 से 2004 तक सोनिया गांधी यहां से सांसद रहीं। मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मार्च 2004 में ही राजनीति में आने की घोषणा की थी। इसके लिए उन्होंने अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इसके चलते उनकी मां और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। 2004 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने अपने पहले ही चुनाव में करीब 1 लाख वोट से जीत हासिल की थी। इसके बाद से वह यहां से लगातार तीन बार सांसद रहे हैं।
वहीं अगर स्मृति ईरानी की बात करेंगे तो 2003 में स्मृति ने अभिनय छोड़ राजनीति में एंट्री की थी। 2004 में स्मृति ईरानी ने दिल्ली के चांदनी चौक से कांग्रेस के सीनियर नेता कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ा। हालांकि वह यह चुनाव हार गईं। फिर उन्हें बीजेपी की केंद्रीय समिति का एग्जीक्यूटिव मेंबर बनाया गया और 2010 में वह पार्टी की राष्ट्रीय सचिव और महिला विंग की अध्यक्ष बनाई गईं। 2011 में स्मृति को राज्यसभा का सदस्य बनाया गया। 2014 में उन्होंने अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस दौरान उन्होंने राहुल को कड़ी टक्कर दी लेकिन वह एक लाख वोटों से हार गईं।