द एंगल
उत्तर प्रदेश
उच्च शिक्षा प्राप्त करके दूसरों को शिक्षित करना किसी पुण्य से कम नहीं हैं । विद्या ऐसा दान है जो जितना भी दिया जाए उतना ही बढ़ता जाता हैं । इस कहावत को सिद्ध करते हुए उत्तर प्रदेश के कुठौंद क्षेत्र गिगौरा गांव निवासी आनंद प्रजापति भी ऐसा ही पुण्य कर रहे हैं । आनंद खुद सिविल परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है और साथ ही अपने गांव और आस पास के क्षेत्र के बच्चो को भी शिक्षित कर रहे हैं । आनंद के पास काफी सारे बच्चे पढ़ने भी जाते हैं ।
आनंद प्रजापति लेते हैं 1 रूपया फीस
मात्र 1 रुपये फीस में आनंद प्रजापति 1 से 12 वीं तक के बच्चों को पढ़ाते हैं । साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों की भी मदद करते हैं । आनंद ये फीस भी स्टेशनरी, ब्लैक बोर्ड आदि के खर्चे के लिए लेते हैं । वे बच्चों की पढ़ाई अपने घर पर ही करवाते है और उनके पास 1 से 12 वीं तक 50 से ज्यादा बच्चें पढ़ने आते हैं । आनंद खुद भी दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी पास हैं ।
लॉकडाउन से शिक्षा बाधित न हो इसलिए उठाया ये कदम
कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो जाती इसलिए उन्होंने उससे पहले से ही इन बच्चों को शिक्षा देना शुरू कर दिया । आज भी इन बच्चों की बराबर क्लास चलती हैं । आनंद प्रजापति समय -समय पर इन बच्चों का टेस्ट भी लेते हैं । पढ़ाने के साथ-साथ बच्चों को खेलना -कूदना भी सिखाते हैं । उन्होंने एक संस्था भी बना रखी है, जिसका नाम पढ़ो, पढ़ाओ, जीवन बढ़ाओ रखा गया है। जो बच्चें पढ़ाई में होशियार है उन्हें बीएलओ द्वारा प्राइज भी दिया जाता हैं ताकि वे आगे की शिक्षा के लिए प्रेरित हो।