नई दिल्ली : गर्मी का प्रकोप तेज होता जा रहा है। लोगों को घर से बाहर निकलना भी मुष्किल हो रहा है। आधा भारत इस समय गर्म हवाओं की चपेट में है और फिलहाल भीषण गर्मी का प्रकोप अभी एक-दो दिन और जारी रहेगा। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, पूर्वी यूपी और राजस्थान में यलो अलर्ट जारी कर दिया है। दक्षिण और पश्चिम राज्यों तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी गर्मी की वजह से लोगों का हाल-बेहाल है। भीषण गर्मी के चलते तेलंगाना में पिछले 22 दिनों में 17 मौतें हो चुकी हैं। गुरुवार का दिन देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 8 साल में सबसे गर्म बताया गया। पालम वेधशाला ने 46.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया। पालम वेधशाला ने मई 2013 में दिल्ली का तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन तापमान 45 से 46 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। अगले 48 घंटे में लू का प्रकोप और अधिक बढ़ जाएगा। इसकी वजह से दोपहर के समय लोगों को बाहर न निकलने का सुझाव भी दिया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, जब मैदानी इलाकों में पारा 40 पार और पहाड़ी इलाकों में 30 डिग्री पार पहुंच जाता है तो लू और गर्मी को लेकर चेतावनी जारी की जाती है। राजस्थान में भी भीषण गर्मी और लू के प्रकोप के कारण जनजीवन बेहाल है।
2020 तक और बढ़ेगा गर्मी का समय
एक स्टडी के अनुसार, 2020 तक गर्म लहरों की अवधि और अधिक बढ़ सकती है। स्टडी में इस्तेमाल किए गए नाइन क्लाइमेट मॉडल के चलते भारत में 1961 और 2005 के बीच 54 गर्म लहर की घटनाएं हुई हैं। यह संख्या 2020 से 2064 तक बढ़कर 138 हो सकती है क्योंकि इस दौरान गर्म लहरों का प्रकोप हर सीजन में 12 से 18 दिन तक हो सकता है। वनों की कटाई के कारण मिट्टी की नमी की गायब हो रही है और पृथ्वी से वायुमंडल में गर्मी का हस्तांतरण भी उसे और बढ़ाएगा। हालांकि गर्म लहरों के कारण होने वाली मौतों की संख्या में वर्षों में कमी आई है, लेकिन लोगों का स्वास्थ्य जरूर प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि जून में और भी गर्मी सताएगी। जून के पहले हफ्ते में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के आसार हैं।