Home National जम्मू-कश्मीर, हरियाणा में विधानसभा चुनावों का ऐलान, 4 अक्टूबर को होगी मतगणना

जम्मू-कश्मीर, हरियाणा में विधानसभा चुनावों का ऐलान, 4 अक्टूबर को होगी मतगणना

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The Angle

नई दिल्ली।

केन्द्रीय चुनाव आयोग ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के लिए विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आगामी चुनावों के बारे में जानकारी दी है। जम्मू-कश्मीर में 3 फेज,18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। हरियाणा में एक फेज 1 अक्टूबर को मतदान होगा। दोनों राज्यों में नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे।

हरियाणा में सिंगल फेज में 1 अक्टूबर को डाले जाएंगे वोट

दरअसल, हरियाणा की सभी 90 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होगा। सभी 90 सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होगा। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे, 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा। वहीं दोनों राज्यों में चुनाव नतीजे 4 अक्टूबर को मतगणना के बाद आएंगे।

जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर 87.09 लाख वोटर्स करेंगे फैसला

इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल 90 निर्वाचन क्षेत्र हैं जिसमें से 74 जनरल, 9 ST और 7 SC हैं। मतदाताओं की संख्या कुल 87.09 लाख हैं जिसमें 44.46 लाख पुरुष और 42.62 लाख महिला मतदाता होंगे। जम्मू-कश्मीर में युवा मतदाताओं की संख्या 20 लाख है।’ वहीं हरियाणा में विधानसभा चुनाव 90 सीटें हैं। इनमें से 73 सामान्य और 17 अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित की गई हैं। हरियाणा में 2 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। 90 में से 73 सीटें सामान्य हैं। हरियाणा में 27 अगस्त को वोटर लिस्ट जारी होगी। हरियाणा में 20 हजार 269 पोलिंग स्टेशन हैं।

राजीव कुमार ने ‘थ्री जेंटलमैन आर बैक’ से की शुरुआत

चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार ने कहा कि थ्री जेंटलमेन आर बैक। लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए। देशभर ने चुनाव का पर्व मनाया। लंबी कतारें, बुजुर्ग, यूथ वोट डालने गए। लोकतंत्र का जीवित उदाहरण देश ने देखा। जो तस्वीर भारत ने दुनिया को दिखाई, वो चकित करने वाली थीं। जो चमक हमने देखी, वो बहुत दिन तक दिखाई देगी। जब भी कहीं दुनिया में चुनाव होंगे, आपको अपने देश की याद आएगी और हमारी ताकत की याद दिलाती रहेगी।

सभी राजनीतिक दलों ने जल्द चुनाव करवाने की कही बात- चुनाव आयोग

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमने जिनसे, राजनीतिक दलों से बात की, सबका मत था कि जल्द से जल्द चुनाव हों। आपको याद है कि मतदान केंद्र पर जो लंबी कतारें लगी थीं, वो जम्हूरियत की ताकत थी। उम्मीद और जम्हूरियत की झलक बताती है कि अवाम अपनी तकदीर खुद बदलना चाहती है। लोग चाहते हैं कि खुद देश का भविष्य बदलने का हिस्सा बने।

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