नोटबंदी के मुद्दे पर अब तक विरोधियों की आलोचनाओं का सामना कर रही केंद्र सरकार की मानें तो इस फैसले के सकारात्मक नतीजे दिखने लगे हैं. द हिंदुस्तान टाइम्सके मुताबिक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा, ‘नोटबंदी की वजह से कालाधन, जनधन में बदल गया है. लोगों के पास जो कि पैसा निष्क्रिय पड़ा था वह बैंकिग सिस्टम में आ गया. इस पैसे का इस्तेमाल अब देश हित में किया जा रहा है.’
इस दौरान शिव प्रताप शुक्ला ने यह भी माना कि नोटबंदी से शुरुआत में लोगों को परेशानी उठानी पड़ी थी. उन्होंने कहा, ‘अब देश के आर्थिक हालात अब अच्छी स्थिति में हैं. दाल-सब्जियों और तेल जैसे खाद्य पदार्थों के दामों में तुलनात्मक रूप से कमी आई है. इसके अलवा निवेशकों को भी अच्छा माहौल मिल रहा है. साथ ही विदेशी रेटिंग एजेंसियां भी भारत में निवेश को सकारात्मक रूप में देख रहे हैं.’
ग़ौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को देश में नोटबंदी की घोषणा की थी. इसके तहत 500 और 1,000 रुपए के नोट को चलन से बाहर कर दिया गया था. इस फैसले से 86 फीसदी मुद्रा वित्तीय लेन-देन के लिए अमान्य हो गई थी. हालांकि अमान्य हुए पुराने नोटों को बैंकों में जमा कराने व इन्हें बदलने के लिए लोगों को 50 दिन का वक्त दिया गया था.