द एंगल।
नई दिल्ली।
भारत की सीमाएं और मजबूत हो गई हैं। विश्व के अन्य देशों को चैंकाते हुए भारत ने पहली बार बेलेस्टिक मिसाइल अग्नि-2 का रात में सफलतापूर्वक परीक्षण किया। परमाणु हमला करने में सक्षम इस मिसाइल की जद में पाकिस्तान-चीन और दक्षिण अफ्रीका के कई देश आते हैं। भारत ने शनिवार रात अब्दुल कलाम द्वीप-2 से रात को अग्नि-2 का सफल परीक्षण किया।
कई खूबियां हैं मिसाइल में
अग्नि-2 मिसाइल भारत से बनाई गई सतह से सतह मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल है। इस मिसाइल का पिछले साल ही परीक्षण किया जा चुका है, लेकिन रात के समय इसका परीक्षण पहली बार हुआ। खास बात यह है कि इसकी मारक क्षमता को 2000 से बढ़ाकर 3000 किया जा सकता है। 20 मीटर लंबी इस बेलेस्टिक मिसाइल का वजन 17 टन है। यह अपने साथ एक हजार किलो का गोलाबारी ले जा सकती है। इसकी मारक क्षमता 2000 हजार किलोमीटर है। खास बात यह है कि यह सेना में पहले ही शामिल हो चुकी है। यह ठोस इंजन से संचालित मिसाइल है।
विश्वभर में बढ़ी भारत की ताकत
सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल का रात में परीक्षण होने से अग्नि सीरीज की इन मिसाइलों में नई ताकत आ गई है। इस सीरीज की अग्नि-1 और अग्नि-3 पहले से सेना में शामिल है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की मदद से सेना के जवानों ने इस परीक्षण को अंजाम दिया।
आखिर क्या है बेलेस्टिक अग्नि-2 मिसाइल
आधुनिक तकनीक से लैस अग्नि-2 मिसाइल बेलेस्टिक मिसाइल का एक हिस्सा है। बेलेस्टिक मिसाइल उस प्रक्षेपास्त्र को कहते हैं जिसका प्रक्षेपण पथ सब आर्बिटल बेलेस्टिक होता है। इसका उपयोग किसी हथियार को पूर्व निर्धारित लक्ष्य को दागने के लिए किया जाता है। यह मिसाइल प्रक्षेपण के प्रारंभिक स्तर पर ही गाइड की जाती है। उसके बाद का पथ आर्बिटल मैकेनिक के सिद्धांतों पर निर्धारित होता है।