कोलकाता: सातवें और अंतिम चरण से पहले बंगाल में राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली के दौरान कोलकाता में हुई हिंसा के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। भाजपा ने जहां इसे टीएमसी प्रायोजित हिंसा बताया है वहीं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा है कि वो बीजेपी के आरोपों को साबित करे वरना हम उन्हें जेल भेज देंगे।
राज्य के दक्षिण परगना स्थित मथुरापुर में एक जनसभा को संबोधित कर प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए ममता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री (पीएम) कहते हैं कि वह विद्यासागर की मूर्ति बनवाएंगे। बंगाल के पास मूर्ति बनवाने के लिए पैसे हैं। क्या वह 200 साल पुराने धरोहर को लौटा सकते हैं? हमारे पास सबूत है और आप कहते हैं कि टीएमसी ने किया है। आपको शर्म नहीं आती है? इतना झूठ बोलने के लिए उनको उठक-बैठक करना चाहिए। आरोप को साबित करिए वरना हम आपको जेल भेज देंगे।’
ममता ने आगे कहा, ‘मैं दुखी हूं और मेरे पास कहने को कुछ नहीं हैं। मैं जो कह रही हूं उसके लिए जेल जाने को भी तैयार हूं। मुझे सच कहने में कोई डर नहीं है। पिछली रात मुझे पता चला की भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की है तांकि हम नरेंद्र मोदी की रैली के बाद कोई जनसभा ना कर सकें। चुनाव आयोग बीजेपी का भाई है, इससे पहले यह एक निष्पक्ष संस्था थी और आज देश में हर कोई कह रहा है कि बीजेपी ने चुनाव आयोग को खरीद लिया है।’
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मऊ में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कितृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़ दी, यह कृत्य जिन्होंने किया है उन्हें कठोरतम सजा दी जानी चाहिए।