वेलिंगटन. न्यूजीलैंड के मस्जिदों पर हमला कर 50 लोगों की जान लेने वाले आरोपी ब्रेंटन टैरेंट ने अपने वकील को हटा दिया है। अब वह खुद अपना केस लड़ेगा। सरकार ने पहले औपचारिक तौर पर उसे बचाव के लिए वकील दिया था। लेकिन, रविवार को ही टैरेंट ने खुद कोर्ट के सामने बात रखने का फैसला किया। टैरेंट की पहली पेशी में उसके साथ सरकारी वकील रिचर्ड पीटर्स भी मौजूद थे। हालांकि, सोमवार को पीटर्स ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि टैरेंट कोर्ट में खुद ही अपनी बात रखना चाहता है। इसी बीच कुछ संगठनों ने आशंका जताई है कि टैरेंट कटघरे का इस्तेमाल अपने अतिवादी विचारों को पेश करने के लिए भी कर सकता है। क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों अल-नूर और लिनवुड में शुक्रवार को दोपहर की नमाज के दौरान हमलावर ने अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें 49 लोग मारे गए। इसमें बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी बाल-बाल बच गए थे। पुलिस ने शनिवार को जब आरोपी ब्रेंटन टैरेंट को पहली बार कोर्ट में पेश किया तो उसे हथकड़ी लगी हुई थी। पेशी के दौरान वह पूरे समय मुस्कुराता दिखा था। कुछ देर मीडिया की तरफ बनावटी हंसी में उसने सबकुछ ठीक होने का इशारा किया। टैरेंट ऑस्ट्रेलियन मूल का फिटनेस इंस्ट्रक्टर है। कोर्ट ने उसने खुद को फासिस्ट बताया और जमानत के लिए आग्रह भी नहीं किया।