आज पूरे देश में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। भगवान भोलेनाथ को जल, बेलपत्र, फल चढ़ाने और उनके दर्शनों के लिए सुबह से ही भक्त मंदिरों के बाहर खड़े हुए हैं। इस दिन का महत्व ज्यादा इसलिए भी है क्योंकि कहा जाता है कि आज के ही दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। शिवभक्त इस दिन व्रत रखकर अपने आराध्य की पूजा करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। वहीं छोटी काशी में महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। महाशिवरात्रि पर सुबह से ही शिव मंदिर में दर्शनार्थियों की लंबी-लंबी कतारें लगना शुरू हो गई है। ओम नमः शिवाय और बम बम भोले के जयघोश से भोलेनाथ का दर गूंज उठा। शहर के शिवालयों में कांवड़ से लाए गए पवित्र तीर्थों के जल से रुद्राभिषेक और सहस्रघट हो रहे हैं। श्रद्धालु दूध, जल, बिल्वपत्र, चंदन, आक, धतूरा, भांग, चावल, रोली, मोली, केसर, गाजर और बेर का शिव को अर्पण कर रहे है। शहर के शिव मंदिरों में विशेष आयोजन हो रहे हैं।