Home Politics राहुल गांधी और कांग्रेस के प्रधानमंत्री मोदी पर हमले तेज

राहुल गांधी और कांग्रेस के प्रधानमंत्री मोदी पर हमले तेज

अभी तक मोदी पर सीधा हमले से बोलने से बचने वाली कांग्रेस अब उन्हें कटघरे में खड़ा करने से कोई मौका चूकती नहीं दिखाई दे रही है

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पिछले कुछ दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर राष्ट्रीय कांग्रेस की शैली में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. अभी तक मोदी पर सीधा हमले से बोलने से बचने वाली कांग्रेस अब उन्हें कटघरे में खड़ा करने से कोई मौका नहीं चूकना चाहती है. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अब पार्टी समझ चुकी है मोदी ही भारतीय जनता पार्टी के मुख्य स्तंभ है ऐसे में भाजपा की सत्ता ढहाने के लिए दांये-बांये की बजाय सीधे मोदी पर ही सीधा हमला करना ज्यादा कारगर साबित होगा. सोमवार को कई बार इस बात की बानगी देखी गई. जब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी प्रवक्ताओं ने मोदी पर बड़ा हमला बोला.

राहुल गांधी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि राफेल डील से जुड़ी ख़बरें छापने वाले पत्रकारों को धमकियां दी जा रही हैं. इस ट्वीट में गांधी ने लिखा, ‘बड़े नेताओं के गुर्गे राफेल घोटाले पर सच लिखने वाले पत्रकारों को धमकियां दे रहे हैं कि या तो सुधर जाओ वर्ना….’ इस ट्वीट में गांधी ने आगे लिखा है कि, ‘मुझे प्रेस से जुड़े उन चंद दिलेर पत्रकारों पर गर्व है जो धमकियों के बावजूद सत्य की रक्षा कर रहे हैं और श्रीमान 56 इंच के सामने खड़े होने का माद्दा रखते हैं.’

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करीब दस दिन पहले लोकसभा में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद से ही गांधी राफेल डील को लेकर लगातार प्रधानमंत्री पर हमले कर रहे हैं. शनीवार को गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि ‘श्रीमान 56 इंच को आखिरकार किसी से तो स्नेह है. बशर्ते वह सूट-बूट पहने हो. उस पर पैंतालीस हजार करोड़ का ऋण बकाया हो. जिसके पास महज दस दिन पुरानी कोई कंपनी हो. और जिसने अपने जीवन में कभी कोई एयरक्राफ्ट न बनाया हो. उसे ही चार अरब डॉलर का ठेका मिलेगा.’

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इसी तरह कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्योगपतियों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर दिखने से नहीं डरने के बयान पर करारा जवाब दिया. अपने बयान में तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री को ऐसे लोगों के साथ तस्वीर खिंचाने में कोई समस्या नहीं है जिन पर बैंकों को ठगने और एंटीगुआ, लंदन या शायद धरती से ही गायब होने का आरोप हैं. मनीष तिवारी ने मोदी को खुद की तुलना महात्मा गांधी से करने पर भी आड़े हाथों लिया. तिवारी ने कहा,’इससे ज्यादा आश्चर्य की बात क्या होगी कि मोदी ने अपनी तुलना महात्मा गांधी से की.’

इससे पहले राहुल गांधी ने रवीवार को भाजपा पर बड़ा निशाना साधते हुए कहा कि ‘पार्टी द्वारा शासित राज्यों में दलितों और अल्पसंख्यकों को डर के साये में जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. और संबंधित सरकारें इन पर होने वाले अत्याचारों की अनदेखी कर रहीं हैं.’ जानकार राहुल गांधी के इस कदम को इस साल के अंत तक होने वाले राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों के विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले दलित और अल्पसंख्यकों को साधने के लिए काफी प्रासंगिक बता रहे हैं.

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