नई दिल्ली: भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए नवजोत सिंह सिद्धू और शत्रुघ्न सिन्हा को आला कमान दिल्ली में लाने की सोच रहा है। जहां तक सिद्धू का सवाल उनका और सीएम अमरिंदर सिंह का छत्तीस का आंकड़ा है। दोनों नेता एक-दूसरे को पसंद नहीं करते हैं। सिद्धू को दिल्ली में लाने का मतलब यह है कि कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के देहांत के बाद कांग्रेस सूबे में नेतृत्व के संकट से जूझ रही पार्टी को उभार सकें। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू को दिल्ली कांग्रेस की कमान सौंप सकती है। हालांकि अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ हैं लेकिन सिद्धू इस रेस में सबसे आगे चल रहे।
जानकार सूत्रों का कहना है कि ‘सिद्धू’ के सहारे कांग्रेस दिल्ली में सिखों को साधना चाहती है। यही वजह है कि पार्टी सिद्धू को दिल्ली भेज सकती है. दरअसल आगामी फरवरी में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं. जहां सिख मतदाताओं की अच्छी खासी तादात है। वहीं शत्रुघ्न सिन्हा को दिल्ली बुलाकर कोई पद देना चाहती है, लेकिन दिल्ली में बैठे कुछ नेता इन दोनों को नहीं चाहते हैं ऐसे में दोनों की दिल्ली एंट्री में कुछ मुष्किल हो सकती है।