दा एंगल।
जयपुर।
सोनोग्राफी में जुड़वां बच्चे और डिलीवरी हुई एक ही बच्चे की। दूसरा बच्चा कहां गया। इसे ना तो डॉक्टर बता पा रहे हैं और ना ही अस्पताल प्रशासन। यह अजब वाकया हुआ चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल में। मामले को लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा किया और दूसरे बच्चे की मांग करने लगे।
चार घंटे से अधिक समय तक चले हंगामे के दौरान पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन मामला इतना बढ़ा कि वह भी परिजनों को शांत नहीं करा सकी। मामले में परिजनों ने अस्पताल लिखित शिकायत दी है। इसमें लिखा गया है कि अस्पताल ने पहले जुड़वां बच्चों की बात कही थी और एक ही हुआ है तो स्टाफ ने बेतुका बयान दिया- हो सकता है कि बच्चे आपस में झगड़ लिए होंगे इसलिए एक मर गया।
गौरतलब है कि 9 जुलाई को जनाना अस्पताल में जयपुर के हाथोज निवासी रमादेवी भर्ती हुईं। यहां डॉ. सयुंता गुप्ता ने सोनोग्राफी की। जुड़वां बच्चे बताए। 10 जुलाई को डॉ. अनिल गुर्जर ने सिजेरियन डिलीवरी कराई और परिजनों को बच्चा सौंप दिया। परिजनों ने कहा कि एक ही बच्चा क्यों, जुड़वां बताए थे, तो डॉक्टर्स ने कहा कि एक ही हुआ है। दूसरा था ही नहीं। रमादेवी के कई परिजन आए और उन्होंने अस्पताल प्रशासन से रिकॉर्ड मांगा। लेकिन प्रशासन ने मना कर दिया। कहा कि डिस्चार्ज के समय ही दस्तावेज दे सकते हैं।