जोधपुर।
जोधपुर जिले के खेड़ापा इलाके में बोरवेल में गिरी चार वर्षीय बच्ची सीमा को बचाया नहीं जा सका। मासूम को बचाने के लिए चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया। करीब 14 घंटे चले ऑपरेशन के बाद बोरवेल से बच्ची का शव बरामद हुआ। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया है। बच्ची की मौत के बाद उसके पिता की तबीयत बिगड़ गई। बच्ची की मौत के बाद प्रशासन ने चुप्पी साध ली है। पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री सहायता के तहत एक लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है।
खेड़ापा के मैलाना गांव में सोमवार शाम को किसान पूनाराम जाट की चार वर्षीय बच्ची सीमा खेलते-खेलते करीब 400 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिर गई थी। इसकी सूचना पर मैलाना सहित आसपास के गांव-ढाणियों से बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ वहां एकत्र हो गई। बाद में खेड़पा पुलिस को सूचना दी गई। घटना की जानकारी उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। करीब एक दर्जन जेसीबी से बोरवेल के पास खुदाई का काम शुरू किया गया।
पूरी रात रेस्क्यू टीम ने बच्ची को बचाने के लिए ऑपरेशन चलाया। देर रात जिला कलक्टर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन करीब 14 घंटे तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद बच्ची को बचाया नहीं जा सका। मंगलवार को सुबह सीमा शव बरामद हुआ। सीमा की मौत की खबर सुनते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया।