नई दिल्ली।
मिशन चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग की तारीख तह हो गई है। इसरो के चेयरमैन के सिवन ने बताया की आगामी 15 जुलाई को सुबह 2:51 मिनट पर इसे भेजा जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन होने वाले अपने मिशन चंद्रयान-2 को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इसरो का कहना है कि इस मिशन में हम चंद्रमा पर उस जगह पर उतरने जा रहे हैं जहां अभी तक कोई नहीं पहुंचा है।
हालांकि इसरो ने कहा था, ‘‘हम चंद्रमा पर उतरने जा रहे हैं जहां कोई नहीं पहुंचा है। अर्थात चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर। इस क्षेत्र को अब तक खंगाला नहीं गया है।’’ चंद्रयान – 2 पिछले चंद्रयान – 1 मिशन का उन्नत संस्करण है। चंद्रयान-1 अभियान करीब 10 साल पहले किया गया था।
इस अंतरिक्ष यान का वजन 3.8 टन है। चंद्रयान – 2 के छह सितंबर को चंद्रमा पर उतरने की संभावना है। ऑर्बिटर चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर की दूरी पर उसका चक्कर लगायेगा, जबकि लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर आसानी से उतरेगा और रोवर अपनी जगह पर प्रयोग करेगा। इसरो के मुताबिक इस अभियान में जीएसएलवी मार्क 3 प्रक्षेपण यान का इस्तेमाल किया जाएगा। इसरो ने कहा कि रोवर चंद्रमा की सतह पर वैज्ञानिक प्रयोग करेगा। लैंडर और ऑर्बिटर पर भी वैज्ञानिक प्रयोग के लिए उपकरण लगाये गये है।