जयपुर।
निर्जला एकादशी का पर्व पूरे देश भर में श्रद्धाभाव से मनाया जा रहा है। निर्जला एकादशी पर मंदिरों में भगवान की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। निर्जला एकादशी के मौके पर सभी मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान हो रहे हैं। धर्मार्थियों ने जगह-जगह सेवा शिविर लगाए हुए है।। जिसमें शीतल पेयजल, छाछ, नीबू शिकंजी, फल से लोगों को मनुहार की जा रही है।
दरअसल ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी को भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। निर्जला एकादशी दान पुण्य के लिए विशेष मानी जाती है। हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान है। इस व्रत में पानी का पीना वर्जित है, इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहते है।