भारतीय छात्रों का पहला मून मिशन अगले साल रवाना हो सकता है. इस मिशन के तहत भारतीय छात्र चांद पर अपना उपग्रह भेजने को तैयार हैं. खबरों के मुताबिक चेन्नई की स्पेस किड्ज़ इंडिया (एसकेआई) नाम की संस्था भारतीय छात्रों के इस मिशन में सहयोग कर रही है. इसी संस्था के सहयोग से 2017 में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के रॉकेट से दुनिया का सबसे छाेटा और सबसे हल्का उपग्रह भी अंतरिक्ष में रवाना किया गया था. उसे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर ‘कलाम सैट’ कहा गया था.
एसकेआई से जुड़े विनय भारद्वाज के मुताबिक छात्रों के इस ‘मून मिशन’ को किस लॉन्चर से रवाना किया जाएगा इस बाबत जल्द ही फैसला किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि ‘मून मिशन’ के जरिए इस बार चांद पर सबसे छोटा लैंडर और रोवर भेजा जाएगा. ख़बर के मुताबिक उन्होंने अपनी योजना के बारे में आईआईटी-बॉम्बे में एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण भी दिया है. यहां उन्होंने संस्थान के शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से इस मिशन में सहयोग देने की भी अपील की.