महाराष्ट्र के राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को एक नोटिस जारी किया है. खबरों के मुताबिक गांधी को यह नोटिस अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड करने के लिए जारी किया गया है. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के जलगांव में कूएं पर नहाने पर ऊंची जाति के लोगों द्वारा दलित समुदाय के दो बच्चों के साथ मारपीट करने और उन्हें निर्वस्त्र करके घुमाने का एक मामला सामने आया था. द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक राहुल गांधी ने इस घटना का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर डाल दिया जिससे कि नाबालिगों की पहचान उजागर हो रही थी.
इस मामले में अमोल जाधव नाम के एक व्यक्ति ने 19 जून को शिकायत की थी. इसके बाद राज्य के बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने किशोर न्याय अधिनियम की धारा 74 और प्रोटेक्शन आॅफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल आॅफेंसेज (पॉक्सो) की धारा 23 के तहत राहुल गांधी को नोटिस भेजा है. नोटिस में कांग्रेस अध्यक्ष से इस वीडियो को साझा करने का उद्देश्य पूछा गया है? हालांकि उस वक्त राहुल गांधी समेत दूसरे नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की थी. साथ ही कई लोगों ने इस मामले को लेकर भाजपा और संघ पर भी निशाना साधा था.
उधर इस घटना की जानकारी मिलने के बाद जलगांव पुलिस ने भी पॉक्सो कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया था. छानबीन करने के बाद स्थानीय पुलिस ने दो आरोपितों ईश्वर जोशी और प्रह्लाद लोहार को गिरफ्तार भी किया है.