दा एंगल ।
जयपुर ।
बाघों के संरक्षण के लिए जागरुकता बढाने के लिए हर साल 29 जुलाई को “ग्लोबल टाइगर डे” या “अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस” मनाया जाता है। इसे 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट में बनाया गया था जिसका मुख्य उद्देश्य देश में बाघों की घटती संख्या को रोकना और इसके संरक्षण के प्रति जागरुकता बढना है। “वर्ल्ड टाइगर डे” पर राजधानी जयपुर में भी कार्यक्रम हुए। जयपुर के जवाहर कला केन्द्र में बाघों को लेकर चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने किया। कांग्रेस की पूर्व वन एवं पर्यावरण मंत्री बीना काक ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर बीना काक ने कहा-बाघ हमारे देश की शान है। हमें इन्हें बचाने के लिए भरसक प्रयास करते रहने चाहिए। इस तरह के कार्यक्रमों से बाघ और अन्य वन्य जीवों के प्रति जागरूकता फैलाने में मददगार होते हैं।