दा एंगल।
नई दिल्ली।
भारत ने जबसे जम्मू कश्मीर से विशेष दर्जा छीना है तभी से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। लेकिन इस रिपोर्ट में हम पाकिस्तान के बारे में बात नहीं करेंगे। हम यहां उन देशो की बारे में बताएंगे जो भारत के साथ खड़े है।
श्रीलंका
भारत के पड़ोसी श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भारत के क़दम को उसका आंतरिक मामला बताया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इससे लद्दाख का विकास होगा। उन्होंने लिखा, “पता चला है कि लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश बनने जा रहा है। 70 प्रतिशत से अधिक बौद्ध आबादी वाला लद्दाख भारत का पहला बौद्ध बहुल राज्य होगा। लद्दाख का गठन और इसके लिए होने वाला पुनर्गठन भारत का आंतरिक मामला है। मैं लद्दाख जा चुका हूं, यह घूमने लायक जगह है।”
मालदीव
मालदीव ने भी इसे भारत का अंदरूनी मामला बताया है। मालदीव सरकार के बयान के अनुसार सभी संप्रभु राष्ट्रों को ज़रूरत के अनुसार अपने क़ानून बदलने का अधिकार है।
बांग्लादेश
बांग्लादेश इस बार 370 हटाए जाने पर भारत के साथ है। उसने कहा है की भारत का फैसला उसका है। इसके बीच में बोलने का हक़ किसी को नहीं है।
अगर अब हम बात करे पाकिस्तान की तो उसके समर्थन में भी कई देश नजर आये है जिसमे चीन, तुर्की और मलेशिया उसके साथ नजर आ रहे है।