मुम्बई: देश के वाहन उद्योग में मंदी जारी है। मंदी के बीच मारुति सुजुकी इंडिया के पदाधिकारियों ने कहा कि कंपनी अपने स्थायी कर्मचारियों की संख्या में कटौती नहीं करेगी। हालांकि, मंदी के कारण करीब 3 हजार अस्थायी कर्मचारियों के अनुबंधों को आगे नहीं बढ़ाया गया है। इन कर्मचारियों के पास अब कोई नौकरी नहीं बची। सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कंपनी के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर राज्य सरकारें विनिर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहित करने में अपनी भूमिका नहीं निभाती हैं तो मोदी सरकार का पांच साल में 5 हजार अरब डॉलर का अर्थव्यवस्था बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य पटरी से उतर सकता है।