जयपुर: आपने दुनिया में मां-बाप की सेवा करने वाले बहुत बेटे देखे होंगे। श्रवण कुमार का नाम कैसे कोई भुल सकता है। आधुनिक युग में श्रवण कुमार मिलना बहुत कठिन हो गया है। आजकल लोगों को अपनी ही फ्रिक ही ज्यादा होती है तो वो अपने बूढ़े मां-बाप का क्या ख्याल रखेंगे। लेकिन इस भागदौड़ भरी जिंदगी में भी एक बेटा ऐसा है जो अपनी 85 वर्षीय अंधी मां की पैदल रामदेवरा जाने की इच्छा को पूरा कर रहा है।
दरअसल, बाड़मेर के एक छोटे से गांव का निवासी राम अपनी मां की रामदेवरा पैदल जाने की इच्छा को पूरा कर रहा। उसकी मां 85 वर्ष की हो चुकी है और वो आंखों से अंधी है। ऐसे में वह किस तरह रामदेवरा की पैदल यात्रा पूरी कर पाती तो उसके बेटे ने उसकी इच्छा को पूरा करते हुए हाथ ठेले में उसे लिठाकर रामदेवरा की यात्रा के लिए निकल पड़ा है।