ईस्टर इकनोमिक फोरम में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया। ऐसे में उनसे सवाल किया गया की क्या भारत जी -7 का हिस्सा बनना चाहता है या औद्योगिक देशों के समूह का हिस्सा बनना पसंद करेगा तो इस सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की अगर ये सवाल जी-7 से आता तो अच्छा होता।
लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस सम्बन्ध में कहा की वे भारत और चीन के बिना किसी भी किसी प्रभावी अंतरराष्ट्रीय संगठन की कल्पना भी नहीं कर सकते। रूस में सुदूर पूर्व में आर्थिक फोरम को संबोधित कर रहे पुतिन ने आगे कहा कि वह जी7/जी8 समूह के देशों की बैठक की मेजबानी को तैयार हैं और समूह के व्यापक स्वरूप का स्वागत करेंगे जिसमें भारत, तुर्की और चीन भी शामिल हों।
जी7 देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटनी और जापान हैं। कुछ समय के लिए रूस भी इसका हिस्सा था तब यह जी8 के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2014 में वह इससे अलग हो गया। पीएम मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, जहां उन्होंने 2025 तक भारत को 5 ट्रिलियन की इकॉनमी बनाने के लक्ष्य के साथ ‘न्यू इंडिया’ के अपने विजन को साझा किया।