दा एंगल।
अजमेर।
राजस्थान में एक फर्जी IAS का मामला सामने आया है। जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। अजमेर में आलीशान सर्किट हाउस में फर्जी IAS बनकर लोगों को VIP सुविधाएं दिलवाने वाले। और ठगी की वारदात मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने फर्जी IAS एस के शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
फर्जी IAS ने 3 लड़कों को सर्किट हाउस भिजवाया
मामले की जानकारी देते हुए थाना प्रभारी छोटी लाल ने बताया कि 9 सितंबर को फर्जी IAS के शर्मा ने क्लॉक टावर थाना पुलिस को फोन कर 3 लड़कों को सर्किट हाउस भिजवाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। जहां पहले से ही तीनों के कमरे आईएएस के नाम से बुक किए गए थे।
पुलिस ने फर्जी IAS के निर्देश पर तीनों को सर्किट हाउस छोड़ दिया लेकिन चेकआउट के दौरान पोल खुल गई। चेकआउट के दौरान तीनों लड़कों का कर्मचारियों से विवाद हो गया। इस दौरान सर्किट हाउस के मैनेजर अखिलेश शंकर तिवारी ने एस के शर्मा नाम की कोई IAS की सूचना नहीं होने की जानकारी दी। कोतवाली थाना पुलिस ने 10 सितंबर को सर्किट हाउस अधिकारी तिवारी की शिकायत पर रामखिलाड़ी, रामबाबू और प्रेम सिंह नाम के तीन लड़कों को धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में तीनों ने बताया कि उन्हें कथित IAS अधिकारी ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर अजमेर बुलाया था और उन्हें क्लाकटावर थाने पहुंचने के लिए कहा था। छोटी लाल, थाना प्रभारी कोतवाली ने बताया कि 9 सितंबर को सर्किट हाउस अजमेर में एक एस के शर्मा नाम के अधिकारी के नाम से फोन करके कमरे बुक करवाए गए थे। तीन युवकों को उनके नाम से ठहराया गया था। जब चेकआउट किया तो पेमेंट को लेकर विवाद हुआ जिसके बाद सर्किट हाउस के अधिकारियो ने थाने में शिकयक्त दी।
जांच में पता चला की जिस नाम से कमरा बुक हुआ था उस नाम का कोई अधिकारी ही नहीं है। सर्किट हाउस में रुकने वाले तीनों युवक भरतपुर जिले के रहने वाले हैं। वहीं पुलिस फर्जी आईएएस की तलाश में जुट गई है और मामले की जांच कर रही है।