दा एंगल।
नई दिल्ली।
देश के सबसे बड़े इकोनॉमिस्ट में शुमार और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह आज 87 वर्ष के हो चुके है। 26 सितम्बर 1932 को उनका जन्म अविभाजित भारत के पंजाब प्रान्त के गाह गांव में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। साल 2004 में वे पहली बार प्रधानमंत्री पद पर बैठे। वे 22 मई 2004 से 26 मई 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे।
डॉ. मनमोहन सिंह का पढाई का सफर-
- डॉ. सिंह ने वर्ष 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की। उसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से प्राप्त की।
- 1957 में उन्होंने अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से ऑनर्स की डिग्री अर्जित की।
- 1962 में उन्होंने ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के नूफिल्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी.फिल किया।
- उन्होंने अपनी पुस्तक “भारत में निर्यात और आत्मनिर्भरता और विकास की संभावनाएं” में भारत में निर्यात आधारित व्यापार नीति की आलोचना की थी।
डॉ. सिंह को मिले पुरस्कारों और सम्मानों में से सबसे प्रमुख सम्मान-
भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण(1987)
भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार (1995)
वर्ष के वित्त मंत्री के लिए एशिया मनी अवार्ड (1993 और 1994)
वर्ष के वित्त मंत्री के लिए यूरो मनी अवार्ड (1993)
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय (1956) का एडम स्मिथ पुरस्कार
कैम्ब्रिज के सेंट जॉन्स कॉलेज में विशिष्ट प्रदर्शन के लिए राइट पुरस्कार (1955)
- वो पहले सिख हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी हासिल हुई।
- वो देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के कुछ चुनिंदा सबसे ज्यादा पढ़े लिखे प्रधानमंत्रियों में से एक रहे हैं।
- मनमोहन सिंह के बारे में एक दिलचस्प तथ्य ये है कि वो हिंदी नहीं पढ़ सकते।
इन सभी ने दी जन्मदिन पर बधाई-
- डॉ. सिंह को जब हिंदी बोलने की जरूरत होती है तो उन्हें उर्दू में लिखकर दिया जाता है। भाषण देने से पहले वो बाकायदा प्रैक्टिस करते हैं।
- मनमोहन सिंह 26 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं। लेकिन ये दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है कि उनका जन्म 26 सितंबर को ही हुआ है। दरअसल मनमोहन सिंह की जन्म की तारीख उनके परिवार में किसी को याद नहीं थी।