द एंगल।
नई दिल्ली।
गूगल! आज के समय में शायद ही कोई हो जो गूगल के नाम से अनजान हो। यही गूगल आज अपना 21वां जन्मदिन मना रहे है। दुनिया के सबसे बड़े इस सर्च इंजन पर आपके लगभग हर सवाल का जवाब है। या यूं कहें कि हर समस्या का समाधान है।गूगल से जुड़ी ऐसी ही कुछ मजेदार और हैरान कर देने वाली बातें आज हम आपको बताने जा रहे हैं। तो चलिए, जिस गूगल के पास हर बात की जानकारी आज थोड़ी जानकारी उसके बारे में भी हो जाए।
- GOOGLE लगभब 1 सेकंड में 1,30,900 कमाता है।
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गूगल का नाम गलती से गूगल पड़ा
- GOOGLE के फाउंडर लेरी पेज ने जब गूगल की शुरुआत की तब उन्होंने गूगल का नाम गोगोल रखा था। जिसकी स्पेलिंग GOOGOL थी। लेकिन एक छोटी सी गलती के कारण ये GOOGLE बन गया। लेकिन ने गूगल इसे कभी सही नहीं किया और तब से यही नाम है।
- ‘Google’ नाम वास्तव में गणितीय शब्द ‘गूगोल’ से लिया गया है जो मूल रूप से इसके बाद 100 शून्य के साथ 1 है।
- Google इमेज में जाकर आप “atari breakout” सर्च करें और गेम खेल सकते है।
google में इमेज ऑप्शन में जाकर आप फिर सर्च बॉक्स में लिखें “atari breakout” सर्च करें फिर तुरंत गेम खुल जायेगा और आप गेम खेल के उसका मजा ले सकते है। मूल रूप से नोलन बुशनेल और स्टीव ब्रिस्टो ने, “ब्रेकआउट” 1976 में शुरू हुआ था। - गेम की उच्च और निम्न-रिज़ॉल्यूशन वाली छवियों के सामान्य समूह को प्राप्त करने के बजाय, स्क्रीन तब सभी छवियों को आपके लिए एक छोटे से ईंटों में बदल देती
गूगल लोगो का कलर रंग बिरंगा क्यों होता हैं-
- गूगल का रंग बिरंगा होने का सबसे बड़ा कारण ये है की गूगल चाहता है की ये रंग सबको याद रहे, इसलिए गूगल का रंग रेनब़ो के कलर को कोई भी आसानी से याद रख सकता है।
- और हमारे दिमाग में खुशी लाती है। और इनका कहना है की लोग गूगल सर्च इंजन पर फ्री और खुश होकर काम कर सकते है।
- गूगल में सभी नौकरी करना चाहते है लेकिन ये सभी के नसीब नहीं होता है। प्रतिदिन गूगल में नौकरी के लिए 25000 से ज्यादा आवदेन किये जाते हैं।
- क्यूंकि गूगल में नौकरी करने का मतलब आप बहुत ज्यादा खुशनसीब वाले है। जितनी सुविधा गूगल में मिलती है वेो और किसी नौकरी में नहीं है। गूगल वाले अपने कर्मचारियों का बहुत ध्यान रखते है।
- 2010 से, Google हर हफ्ते एक कंपनी का औसत ख़रीद रहा है, एंड्राइड, यूट्यूब, वाज़े जैसी कई कंपनी को ख़रीदा। और आज के समय में गूगल सबसे बड़ी कंपनी बन गयी है कंपनी खरीदने के मामले में।
GOOGLE का पहला डूडल (doodle)-
- पहला Google डूडल एक जलती हुई मैन स्टिक आकृति थी जो 30 अगस्त 1998 में बना था, यह तब आया जब लैरी और सर्गेई नेवादा में बर्निंग मैन फेस्टिवल का दौरा किया था।
- और फिर इसे होम पेज जोड़ा गया क्योकि यूजर को पता चल पाए की वे ऑफिस से बहार है सर्वर प्रॉब्लम जैसे तकनकी कम करने के लिए दूर नहीं कर सकते।
- लेकिन आज के समय में किसी स्पेशल दिन पर या किसी बहुत फेमस पर्सन के लिए भी लगया जाता है।
- लैरी और सर्गेई के निजी विमानों में नासा में रनवे हैं, जहां किसी अन्य विमान को उतरने की अनुमति नहीं है।
- लैरी और सर्गेई दो ऐसे लोग थे जिन्हे नासा के रनवे पर अपना प्लेन उतरने के लिए किसी से परमिशन नहीं लेनी पड़ती थी क्यूंकि उन्हे पहले से परमिशन दे दी थी।
- इन दोनों के अलवा और किसी को ये परमिशन किसी सुर के पास नहीं था। और उन्होंने अपने प्लेन पर गूगल लिखा रखा था।