दा एंगल।
जयपुर।
कभी-कभी हम सभी हालात के सामने मजबूर हो जाते है। हमे समझ नहीं आता की करे क्या। एक बेहद अजीब और दिल को अंदर तक दहला देने वाला मामला आया। जिसकी वजह जानकार आप हैरान रह जाएंगे। जिसे सुनकर आपके मन में दो सवाल आएंगे। पहला ये की दोषी कौन है। और दूसरा ये की क्या किसी मृत बच्चे के साथ ऐसा होना चाहिए था। चलिए आपको बताते है क्या है पूरा मामला…
ये है वजह-
जयपुर के भांकरोटा इलाके में शुक्रवार को तीन साल के एक बच्चे के अधजले शव को बहार निकाला गया और फिर करीब दो घण्टे बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया । पुलिस के अनुसार भांकरोटा में रहने वाले राजेश मीणा और उसकी पत्नी नविता के बीच काफी समय से दहेज के विवाद चल रहा था। दोनों अलग-अलग रहते हैं । उनके दो बच्चे पत्नी नवीता के पास रहते हैं ।
इसी बीच शुक्रवार को उनके तीन साल के बेटे दिव्यांश की मौत हो गई । नविता और उसके परिजन बच्चे का अंतिम संस्कार कर रहे थे कि सूचना मिलने पर राजेश मीणा वहाँ पहुंच गया और पत्नी पर बच्चे की हत्या का आरोप लगाने लगा। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और फिर तय हुआ कि बच्चे का पोस्टमार्टम कराया जाये।पोस्टमार्टम के लिए बच्चे के अधजले शव को चिता से बाहर निकल गया।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद पता चलेगी सच्चाई-
पोस्टमार्टम के बाद फिर बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में ही पता चलेगा उस मासूम बच्चे की मौत अपने आप हुई थी या इसके पीछे कोई साझिश रची गयी थी। अब अगर बात करे हम उन दो सवाल जो पूछे गए थे। उनके जवाबो की बात करे तो पहले सवाल का जवाब तो दोषी के पता चलने पर ही पता चलेगा की आखिर बच्चे की मौत का कोई जिम्मेदार है या ये पति की गलतफैमी है। और अगर बात करे दूसरे सवाल की तो निश्चित तौर पर ऐसा एक बच्चे के साथ ही नहीं बल्कि किसी के साथ नहीं होना चाहिए।