द एंगल।
नई दिल्ली।
भारत के पाकिस्तान जैसे दुश्मनो के खिलाफ खड़े रहने और मजबूत होने के लिए भारत लगातार अपने आप को मजबूत करने के प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन आज समुद्र के अंदर न्यूक्लियर मिसाइल परीक्षण करने जा रहा है। भारत की ओर से इस न्यूक्लियर मिसाइल को K-4 का नाम दिया गया है। यह मिसाइल 3500 किलोमीटर दूर तक सटीक निशाना साध सकती है। यह देश की दूसरी अंडरवॉटर मिसाइल है।
पहले भी कर चूका है परीक्षण-
K-4 न्यूक्लियर मिसाइल से पहले भारत ने B0-5 न्यूक्लियर मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। इस मिसाइल की मारक क्षमता 700 किलोमीटर से भी अधिक बताई जा रही थी। रक्षा सूत्रों के मुताबिक K-4 भारत की सबसे शक्तिशाली अंडरवॉटर मिसाइल होगी। बताया जाता है कि K-4 न्यूक्लियर मिसाइल का परीक्षण पिछले महीने ही करना था लेकिन किसी कारण से इसे टाल दिया गया था।
अगर हुआ सफल तो बन जाएगा छठा देश-
भारत अगर K-4 न्यूक्लियर मिसाइल का सफल परीक्षण कर लेता है तो वह अमेरिका, फ्रांस, चीन, ब्रिटेन और रूस के बाद छठा ऐसा देश होगा जिसके पास वॉटर न्यूक्लियर मिसाइल होगी। देश की पहली न्यूक्लियर आर्म्ड सबमरीन आईएनएस अरिहंत को अगस्त 2016 में नेवी को सौंपा गया था। उस समय से ही इस बात को लेकर चर्चा थी कि आईएनएस अरिहंत सेही न्यूक्लियर मिसाइल को दागा जाएगा।