द एंगल।
मुंबई।
पिछले करीब एक महीने से महाराष्ट्र की राजनीति में जबरदस्त उलटफेर देखने को मिले। इसी बीच महाराष्ट्र की राजनीति में अचानक सियासी भूचाल आ गया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है और एनसीपी नेता अजित पवार डेप्युटी सीएम बने हैं।
महाराष्ट्र में जो हुआ वह छिपकर करने की क्या आवश्यकता थी, इस प्रकार अचानक राष्ट्रपति शासन का हटना और इस प्रकार शपथ दिलाना कौनसी नैतिकता है?
ये लोग देश में लोकतंत्र को किस दिशा में ले जा रहे हैं? समय आने पर देशवासी इसका जवाब देंगे और बीजेपी को सबक सिखाएंगे।— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 23, 2019
छिपकर करने की क्या जरुरत थी-
इस सारे राजनीति घटनाक्रम की राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोर निंदा की है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा ने जो किया वो गलत है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो हुआ वह छिपकर करने की क्या आवश्यकता थी, इस प्रकार अचानक राष्ट्रपति शासन का हटना और इस प्रकार शपथ दिलाना कौनसी नैतिकता है। ये लोग देश में लोकतंत्र को किस दिशा में ले जा रहे हैं। समय आने पर देशवासी इसका जवाब देंगे और बीजेपी को सबक सिखाएंगे। बीजेपी ने जनता के जनादेश का अपमान किया है। यह भारत के लोकतंत्र में काला अध्याय है। भाजपा ने केन्द्र में सरकार होने का बेजां फायदा उठाया है।
इस माहौल में फडणवीस जी मुख्यमंत्री के रूप में कामयाब हो पाएंगे, यह डाउटफुल है… सीएम और डिप्टी सीएम दोनों ने गिल्टी कॉन्शियस होकर शपथ ली है वे गुड गवर्नेंस दे पाएंगे इसमें संदेह है जिसका नुकसान महाराष्ट्र की जनता को होगा।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 23, 2019
वहीं एक अन्य ट्वीट में गहलोत ने कहा कि इस माहौल में फडणवीस मुख्यमंत्री के रूप में कामयाब हो पाएंगे, यह डाउटफुल है। सीएम और डिप्टी सीएम दोनों ने गिल्टी कॉन्शियस होकर शपथ ली है वे गुड गवर्नेंस दे पाएंगे इसमें संदेह है जिसका नुकसान महाराष्ट्र की जनता को होगा।