दा एंगल।
जयपुर।
केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ 14 दिसंबर को नई दिल्ली में कांग्रेस भारत बचाओ आंदोलन करेगी। 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली कांग्रेस पार्टी की महारैली को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर कांग्रेस पार्टी के तमाम मंत्री एमएलए जिला अध्यक्ष और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई बैठक
दिल्ली रैली को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री निवास पर एक अहम बैठक हुई। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 14 दिसंबर को रैली के रूप में दिल्ली हमें पहुंचना है और इसे बेहद कामयाब बनाना है। देश की जो दुर्दशा हो रही है उसे लेकर बीजेपी को संदेश देना है। उस दौर में इंदिरा गांधी ने भारत बचाओ दिवस मनाया था जिसमें हिंदुस्तान भर के लोग आए थे, अब सोनिया गांधी के आह्वान पर इस रैली को कामयाब बनाना है।
बीजेपी और आरएसएस से लोकतंत्र को खतरा
केन्द्र सरकार ने मतदाताओं से सुशासन देने का, रोजगार देने का और तमाम वादे किए थे जो भाजपा को जनता से किए उन्हें पूरा करने का दो बार अवसर दिया लेकिन इसके बजाय ये अपने एजेंडे को प्रायोजित रूप से आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब से एनडीए की सरकार आई है, बजाय गवर्नेंस देने के अपनी विचारधारा को फैलाने का काम कर रही है। आरएसएस और बीजेपी की सोच और निर्णयों से लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा होता जा रहा है।
रैली को सफल बनाने की कार्ययोजना को लेकर राजधानी जयपुर में आयोजित सत्ता-संगठन की साझा बैठक में राजस्थान से 50 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रभारी मंत्रियों और जिला संगठन प्रभारियों को 5 दिसंबर से पहले जिलों में जाकर बैठकें करने के निर्देश दिए गए हैं.
सीएम गहलोत, पायलट और पांडे ने ली बैठक
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित सत्ता-संगठन की साझा बैठक में रैली की तैयारियों को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की कई। बैठक सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ एवं डिप्टी सीएम सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने ली। इस बैठक में मंत्री, संगठन प्रभारी और जिलाध्यक्ष मौजूद रहे। बैठक में प्रभारी मंत्रियों और संगठन प्रभारियों को जिलेवार भीड़ का लक्ष्य तय करने के निर्देश दिए गए।