The Angle
जयपुर।
उत्तर पूर्वी भारत के बाद अब देश के विभिन्न राज्यों में भी नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के विरोध के सुर उठने लगे हैं। बिल के विरोध में असम में जहां पिछले 2 दिनों से प्रदर्शन उग्र हो चुका है, वहीं अब जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करना शुरु कर दिया है। विश्वविद्याल के छात्रों ने आज बिल के विरोध में प्रदर्शन किया। वहीं ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने भी गुवाहाटी में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उधर कर्नाटक के कलबुर्गी शहर में बिल के भारी विरोध को देखते हुए धारा 144 लगाई गई है। इसमें शुक्रवार की नमाज और डीसी कार्यालय परिसर शामिल नहीं हैं। यह शुक्रवार को शाम 6 बजे तक लागू रहेगी। इसके अलावा यूपी के अलीगढ़ में भी बिल का विरोध सामने आ रहा है। यहां भी गुरुवार रात 12 बजे से शुक्रवार शाम 5 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखी गई हैं।
महापौर को नहीं मिली विधेयक का विरोध करने की इजाज़त
जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि CAB के खिलाफ महापौर मोहम्मद फुरकान की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन होना था। हालांकि कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए इसकी इजाजत नहीं दी गई है। जिले में फिलहाल इंटरनेट सेवाओं को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि ये प्रतिबंध गुरुवार रात 12 बजे से शुक्रवार शाम पांच बजे तक लागू रहेगा।
विधेयक पर राष्ट्रपति कोविंद भी लगा चुके हैं मुहर
बता दें संसद के दोनों सदनों में बिल पास होने के बाद अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति कोविंद ने गुरुवार शाम नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) को मंजूरी दे दी थी। इसके साथ ही सरकार ने इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी। ऐसे में विधेयक अब कानून का रूप ले चुका है।