केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ पर एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय रेलवे में रिक्त पदों को भरने के लिए जल्द ही 2.2 लाख कर्मियों की नियुक्ति करेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे में पहले से ही 1.5 लाख कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है, जो अगले 8-9 महीनों में पूरी हो जाएगी।
एक दर्शक की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में रोजगार पर पीयूष गोयल ने कहा, ’10 दिन पहले मैंने रेलवे में 2.20 लाख नौकरियों की एक और घोषणा की है, जिसमें वे पद भी शामिल हैं जो अगले दो वर्षों में खाली हो जाएंगे और नियुक्ति की प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू होगी।’ गोयल ने आगे कहा कि नियुक्ति के अगले चरण में, सरकार पहली बार अपर कास्ट के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए 10% कोटा लागू करेगी, जिसे और कोई आरक्षण नहीं मिलता है।
पिछले महीने संसद ने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 10% आरक्षण प्रदान करने के लिए एक विधेयक पारित किया था। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी संवैधानिक प्रावधान को पहले ही स्वीकृति दे दी है। मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सरकार रेलवे कर्मियों की नियुक्ति के लिए पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया का पालन कर रही है, जो प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करती है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘सभी परिणाम पूरी तरह से कंप्यूटर आधारित होते हैं और पूरी परीक्षा की विडियोग्राफी की जाती है।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों को लेकर युवाओं का आकर्षण धीरे-धीरे खत्म हो रहा है क्योंकि लोग खुद कुछ शुरू करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश में 15 करोड़ मुद्रा ऋण जारी किए जाने से लोग अपना बूते पर जीवनयापन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘ये ऐसे लोग हैं जो नए उद्यम शुरू करना चाहते हैं, नए विचारों के साथ प्रयोग करना चाहते हैं।’