दा एंगल।
जयपुर।
प्रदेश में तीनों नगर निगमों में चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इन तीनों निगमों के लिए चुनाव की घोषणा कर दी है। जयपुर, जोधपुर और कोटा में पिछले साल अक्टूबर में नव सृजित 2-2 नगर निगमों में वार्ड पार्षदों के लिए 5 अप्रैल को एक साथ वोटिंग कराई जाएगी। इसके बाद 7 अप्रैल को सुबह 8 बजे मतगणना होगी।
19 मार्च से शुरू होंगे नामांकन
वार्ड पार्षदों के लिए नामांकन 19 मार्च से शुरू होंगे और अंतिम तिथि 23 मार्च रहेगी। तीनों शहरों में 560 वार्ड हैं। इसके बाद महापौर के लिए 16 अप्रैल तथा उप महापौर के लिए जरूरी होने पर 17 अप्रैल को चुनाव कराए जाएंगे। मतदान ईवीएम से होंगे। वार्ड पार्षदों के लिए कुल 35,97,873 वोटर हैं।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने 18 अक्टूबर को नए निगमों की अधिसूचना जारी होने के बाद 6 माह में 18 अप्रैल तक हर हाल में चुनाव कराने के आदेश दिए थे। इसकी पालना में तीनों शहरों के छह निगमों के 560 वार्डों की आरक्षण लाटरी निकाली गई। इसके दूसरे ही दिन चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया गया। जयपुर के जयपुर हैरिटेज नगर निगम में 9,32,807 तथा जयपुर ग्रेटर में 12,28,754 मतदाता हैं। जोधपुर के जोधपुर उत्तर में 3,87,794 तथा दक्षिण में 3,39,537 मतदाता, कोटा के कोटा उत्तर नगर निगम में 3,32,655 तथा कोटा दक्षिण में 3,76,326 मतदाता हैं।
महापौर के चुनाव 16 अप्रेल को
गौरतलब है कि कोरोना वायरस को लेकर दुनिया में हाहाकार मचा है। विश्व में इस महामारी वाली बीमारी घोषित की जा चुकी है। ऐसे में निगम के चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन आयोग सवालों के घेरे में आ चुका है। लोगों का कहना है कि इस बीमारी की जद में बहुत से लोग आ चुके है। ऐसे में ऐसे समय पर चुनाव कराने पर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी ने महापौर के चुनाव 9 दिन बाद कराने पर सवाल उठाए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग कांग्रेस के इशारों पर काम कर रहा है। महापौर के चुनाव में खरीद-फरोख्त का भी आरोप लगाया है।