दा एंगल।
नई दिल्ली।
कोरोना वायरस को लेकर हर लोगों को मन में तरह-तरह के ख्याल आ रहे हैं। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए घरों में रहने की बात कह रही है। भारत में इस बीमारी से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब तक भारत में 512 लोग इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं।
कोरोना केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा
कोविड से संक्रमितों में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र और केरल से है। सरकार ने इस वायरस को काबू में लेने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं। लोगों को घर में रहने की हिदायत की जा रही है। राज्यों में लाॅकडाउन कर दिया गया है, लेकिन कुछ लोगों को घर में चैन से बैठा नहीं जा रहा है। इसलिए बार-बार घर से बाहर निकल कर बाहर आ रहे हैं। इसको देखते हुए कई राज्यों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। राजस्थान सरकार ने भी लोगों को घरों मेें रहने का कह रही है, लेकिन लोग नहीं मान रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर के लोगों को घरों में रहने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर लोग नहीं माने तो कर्फ्यू लगाना पड़ सकता है।
वहीं भारत में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। मरीजों की संख्या 512 पहुंच चुकी है। 32 राज्यों में लॉकडाउन कर दिया गया है। बावजूद इसके लोग घर नहीं बैठ रहे। सड़क, मार्केट में आज भी लोगों की भीड़ दिखी। दिल्ली पुलिस ने आज सुबह तीन महीने से चल रहा शाहीन बाग को खाली करा दिया है, लेकिन भीड़ वहां से हटने को तैयारी ही नहीं हो रही थी। पुलिस ने बड़ी मु्श्किल से समझाया कि यह वक्त प्रदर्शन का नहीं कोरोना से लड़ने का है। लेकिन वो इस बात को समझने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। कुछ लोग अभी भी वहां पर खड़े हैं। इसका कहना है कि कोरोना से पहले इन्हें सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्षन करना है।
कई जगह पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग
हैदराबाद हो या उत्तर प्रदेश, बंगाल हर जगह लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के कहने का उन पर कोई प्रभाव ही नहीं पड़ रहा है। लोग जब घर से निकलने से बाज नहीं आए तो फोर्स को कहीं-कहीं बल का इस्तेमाल भी करना पड़ा।