द एंगल।
नई दिल्ली।
कोरोना वायरस से पूरी दुनिया कराह रही है। भारत में भी संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच अमेरिका ने मदद के लिए दुनिया के अन्य देशों की ओर अपना हाथ बढ़ाया है। इस पहल के तहत अमेरिका ने भारत को 29 लाख डॉलर देने सहित 64 देशों को 17.4 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है। वहीं बात करें अमेरिका की तो यहां भी कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और अब यह आंकड़ा 1 लाख को पार कर चुका है। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ट्रैकर ने शुक्रवार को यह आंकड़े जारी किए। अमेरिका में शुक्रवार शाम 6 बजे तक 1 हजार 544 लोगों की कोरोना वाययरस के चलते मौत हो चुकी थी जबकि 1 लाख 717 मामले दर्ज किए जा चुके थे। इनमें सर्वाधिक मामले न्यूयॉर्क से सामने आ रहे हैं।
2 हजार अरब डॉलर के प्रोत्साहन विधेयक पर ट्रंप ने किए हस्ताक्षर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने में देश के लोगों की सहायता और अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए शुक्रवार को दो हजार अरब डॉलर के प्रोत्साहन विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए। अमेरिका ने संख्या में इजाफा होने के साथ ही ट्रंप ने इस महामारी से लड़ने के लिए चिकित्सा उपकरणों और तैयारियों को लेकर उठाए जाने वाले कई कदमों की भी घोषणा की। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में विधेयक पर हस्ताक्षर करने के साथ ही ट्रंप ने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि “मदद आने वाली है”। इससे पहले सीनेट और प्रतिनिधि सभा ने विधेयक को मंजूरी दी।
विधेयक के ज़रिए हर अमेरिकी परिवार को मिल सकेगी 3400 डॉलर की मदद
ट्रंप ने कहा कि हम पर अदृश्य दुश्मन ने हमला किया है और हमें गहरी चोट पहुंची है। अर्थव्ययस्था में मजबूती लौटने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम बेहतर करने जा रहे हैं। इस प्रोत्साहन विधेयक की राशि के जरिए चार सदस्यों वाले हर अमेरिकी परिवार को करीब 3400 डॉलर की मदद मिल पाएगी, जबकि लघु और मध्यम उद्योगों को करोड़ों डॉलर की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। राष्ट्रपति ने कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। मैंने अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े अर्थव्यवस्था राहत पैकेज पर हस्ताक्षर किए हैं और मैं यह जरूर कहना चाहता हूं कि यह अब तक हस्ताक्षर की गई किसी भी राहत राशि से करीब दोगुना है।
अमेरिका को प्राथमिकता देने के लिए धन्यवाद
आगे अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं डेमोक्रेट और रिपब्लिकन को एक साथ आने और अमेरिका को प्राथमिकता देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। ट्रंप ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए कई चिकित्सीय संसाधनों और उपकरणों की उपलब्ध्ता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि मेरा प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए नए कदम उठा रहा है कि अमेरिका के पास वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक चिकित्सा संसाधन और उपकरण हों। ट्रंप ने सेना की अभियांत्रिकी शाखा को देशभर में अस्पताल बनाने के कार्य में शामिल किया है। साथ ही सैन्य उत्पादन कानून को भी लागू कर दिया गया है ताकि जनरल मोटर्स जैसी कंपनी वेंटिलेटर बनाने के लिए संघीय अनुबंधों को प्राथमिकता दे सकें।
ट्रंप बोले- ‘कोरोना वायरस को खत्म करने के मिलकर काम करेंगे चीन और अमेरिका’
कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में मची तबाही मचाने के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी चर्चा की। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और चीन मिलकर इस वायरस को खत्म करने की ओर काम करेंगे। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोरोना संक्रमण के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते हुए वायरस को वुहान वायरस और इस संक्रमण को चीनी कोरोना कहा था।