द एंगल।
भोपाल।
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार बनने के करीब एक महीने बाद मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। आज मंगलवार को नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल, मीना सिंह, तुलसी सिलावत और गोविंद सिंह राजपूत ने मंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अकेले ही राज्य की सत्ता संभाल रहे थे।
सादे समारोह में 5 मंत्रियों ने ली शपथ
राजभवन में आज दिन में 12 बजे आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पांच मंत्रियों ने शपथ ली। राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में आयोजित सादे समारोह में शिवराज कैबिनेट के मंत्रियों को शपथ दिलाई। आयोजन के दौरान कोरोना वायरस के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य ऐहतियाती उपायों का भी पूरा ध्यान रखा गया।
शिवराज सिंह चौहान कोरोना के हालातों से अकेले ही जूझ रहे थे
बता दें इससे पहले मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के गिरने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनने पर शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब से ही वे वन मैन आर्मी की तरह कोरोना के कारण उपजे हालातों से लगातार जूझ रहे हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल गठन को लेकर पिछले लगभग एक सप्ताह से कवायद तेज हो गई थी।
22 विधायकों की बगावत के चलते कमलनाथ को देना पड़ा था इस्तीफा
उल्लेखनीय है कि दिसंबर, 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस 15 वर्षों बाद सत्ता में आई थी, लेकिन वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक 22 विधायकों के कांग्रेस से बगावत कर भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक माह पहले 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
23 मार्च को ली शिवराज ने मुख्यमंत्री पद की शपथ
इसके बाद 23 मार्च को चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 230 सदस्यीय राज्य विधानसभा में सदस्यों की संख्या के मान से (अधिकतम 15 प्रतिशत) मंत्रिमंडल में अधिकतम 35 सदस्य हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।