द एंगल।
नई दिल्ली।
दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती देने और आलोचनाओं का सामना करने के बाद अब दिल्ली सरकार ने सभी श्रेणियों की शराब पर अधिकतम खुदरा मूल्य पर लगाई गई 70% स्पेशल कोरोना फीस को वापस लेने का फैसला किया है। यह फैसला 10 जून 2020 से प्रभावी होगा।
दिल्ली सरकार ने शराब पर लगाई थी 70 फीसदी स्पेशल कोरोना फीस
बता दें दिल्ली सरकार ने चार मई को लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू होने के साथ ही 150 सरकारी शराब के ठेकों को खोलने की अनुमति दे दी थी। इसके अगले दिन उसने शराब के अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) पर 70 फीसदी स्पेशल कोरोना फीस लगा दी थी।
दिल्ली में 475 सरकारी और 389 निजी दुकानें हैं शराब की
गौरतलब है कि दिल्ली में 863 शराब की दुकानें हैं जिनमें से 475 दुकानें चार सरकारी निगमों – दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (DSIIDC), दिल्ली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (DTTDC), दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाइज कॉरपोरेशन (DSCSC) और दिल्ली कंज्यूमर कोऑपरेटिव होलसेल स्टोर (DCCWS) द्वारा संचालित हैं, जबकि 389 दुकानें निजी व्यक्तियों के स्वामित्व में हैं। इन 389 निजी दुकानों में से लगभग 150 शॉपिंग मॉल में स्थित हैं।
दिल्ली सरकार को 30 मई तक शराब बिक्री से मिला 235 करोड़ का राजस्व
दिल्ली गवर्नमेंट को उम्मीद थी कि शराब बिक्री से उसे अधिक राजस्व प्राप्त होगा, लेकिन चार मई से 30 मई तक वह नए कोरोना शुल्क को छोड़कर मात्र लगभग 235 करोड़ रुपए का राजस्व ही जुटा पाई है। लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू होने के साथ ही दिल्ली में चार मई से शराब बिक्री की अनुमति दी गई थी। इसके पहले लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही 25 मार्च से शराब बिक्री बंद थी। आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार पहले दिन पांच करोड़ रुपए की शराब बिकी थी, जब विशेष सेस लागू नहीं था।
6,300 करोड़ की उम्मीद थी, मिले सिर्फ 234.54 करोड़ रुपए
शराब बिक्री की अनुमति देने के एक दिन बाद यानी पांच मई से दिल्ली गवर्नमेंट ने शराब बिक्री पर स्पेशल कोरोना फीस लगा दी, जो एमआरपी की 70 प्रतिशत थी। इसके बाद दूसरे दिन सेस को छोड़कर लगभग 4.4 करोड़ रुपए की बिक्री हुई, जबकि छह मई को 4.9 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। उसके बाद आठ और नौ मई को क्रमश: 15 करोड़ और 18 करोड़ रुपए की बिक्री हुई। इस बिक्री राशि में कोरोना शुल्क शामिल नहीं है और यह महीने के दौरान दिनभर की सर्वाधिक बिक्री है। सरकार ने 30 मई तक 234.54 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री की और स्पेशल कोरोना फीस के रूप में लगभग 160 करोड़ रुपए अतिरिक्त प्राप्त हुए। इस दौरान सात मई को बुद्ध पूर्णिमा और 25 मई को ईद यानि दो ड्राई डे भी थे।
2020-21 के बजट में कर राजस्व में दिल्ली गवर्नमेंट की कुल उम्मीद का 14 प्रतिशत यानी 6,300 करोड़ रुपए राज्य आबकारी से था, लेकिन पहली अप्रैल से शुरू हुए नए वित्त वर्ष में कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के चलते तीन मई तक कोई बिक्री नहीं हुई।