द एंगल।
जयपुर।
राजस्थान में जबकि एक-एक विधायक की गिनती की जा रही है और हर एक विधायक सचिन पायलट और सीएम गहलोत के लिए खासा अहमियत रखता है, क्योंकि जरा सी गणित बिगड़ते ही सियासी तस्वीर पलट सकती है, ऐसे में बीटीपी यानि भारतीय ट्राइबल पार्टी के सिंबल पर विधानसभा चुनाव जीतकर आए विधायक राजकुमार रोत और रामप्रसाद डिंडोर आखिर किसके साथ हैं, क्या वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को बनाए रखने में सहयोगी होंगे या फिर सचिन पायलट की अपनी पार्टी खड़ी करने के दावों को और मजबूत करेंगे, जानिए क्या कुछ कहा दोनों विधायकों और इनकी पार्टी के एक नेता कांतिभाई ने।
बीटीपी नेता बोले- दो हाथियों के बीच में पिस रही प्रदेश की जनता
कांतिभाई ने कहा कि ये जो राजस्थान की राजनीति में उठापटक हो रही है ये लोकतंत्र का सही मुद्दा नहीं है। ये दो हाथी लड़ा रहे हैं उसमें राजस्थान की जनता पिसी जा रही है। वो पिसी जा रही है, जनता ने जिसको वोट दिया है उसको तो कोई पूछ ही नहीं रहा है, सत्ता के लिए, पॉवर, कुर्सी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, इसमें हमारे दोनों एमएलए को भी इनवॉल्व किया जा रहा है। हम अभी अपने मुद्दों के साथ में हैं। बिलकुल इन्डिपेंडेंट हैं। जो हमारे मुद्दे मानेगा उसके साथ में हैं। मुख्यमंत्री गहलोत के लिए ये कहेंगे कि ये वर्तमान में सीएम साहब थे, कांग्रेस के जिनते भी एमएलए थे उनको 5 साल सरकार देनी चाहिए थी, ताकि राज्य का विकास हो सके, हमें तो यह कहना है।
राजस्थान के वर्तमान घटनाक्रम को लेकर क्या बोले बीटीपी विधायक रामप्रसाद डिंडोर
हमने तो राज्य सभा चुनाव थे उसमें भी हमने सरकार को समर्थन दिया था वो भी मुद्दों पर आधारित दिया था कि हमारे यहां शेड्यूल एरिया में महाराष्ट्र पैटर्न लागू करो, शेड्यूल एरिया में 100 पर्सेंट रिजर्वेशन है उसको लागू करो, वैसे लागू है ये 100 पर्सेंट रिजर्वेशन लेकिन अभी 45/5 पर ही रोका हुआ है तो हम चाहते वहां कि जनसंख्या के आधार पर रिजर्वेशन दिया जाए और वहां पर पहले हमने जो भी डिमांड कर रखी थी। अभी मुद्दों के आधार पर हम जाएंगे लेकिन हमारा जो ये मुद्दों आधारित ये जो बात है उसको रखेंगे सामने और राज्य सभा में हमने समर्थन दिया ही था, सरकार को समर्थन जारी रहेगा लेकिन मुद्दों के आधार पर वो भी, यदि वो पूरी तरह से साथ में मुद्दों का समर्थन करते हैं तो उनके साथ हैं।
चौरासी सीट से बीटीपी विधायक राजकुमार रोत बोले- हम पहले भी प्रलोभन में नहीं आए
विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि अभी राजस्थान में जो स्थिति बनी हुई है, हम लोकतंत्र प्रणाली के द्वारा हमारे विधानसभा क्षेत्र से चुनकर आए हैं और हम जिस मूवमेंट एक सामाजिक मूवमेंट के माध्यम से भारतीय ट्राइबल पार्टी से चुनकर आए हैं और हम जब चुनकर आए थे उस समय भी कई तरह के लोगों ने कई पार्टियों ने हमें प्रलोभन दिया था लेकिन हम किसी प्रलोभन में नहीं आए थे। हमारी सामाजिक जो विंग है उसके माध्यम से हमें।
हम सीएम के साथ- रोत
रोत ने आगे कहा कि देखिए हमारी जो विचारधारा है यूं मानें तो किसी से मेल नहीं खाती है, हमारी विचारधारा बिल्कुल अलग है लेकिन आपको एक बात बता दूं हम जीतकर आए उसके बाद कांग्रेस को समर्थन दिया राज्यसभा में भी सत्ता दल है कांग्रेस को ही समर्थन दिया और आज भी हमारा जो स्टैंड है क्योंकि राजस्थान अभी तीन खेमों में बंटा हुआ है एक तो सीएम साहब का खेमा, पायलट साहब का खेमा और बीजेपी का खेमा। हम यह कहते हैं कि हम बीजेपी में कतई नहीं जाएंगे और हम जो लड़ाई है उस लड़ाई में नहीं पड़ना चाहते। हमारा जो स्टैंड है और हमारी विचारधारा के साथ हम यहीं रहेंगे। हम व्यक्ति विशेष की लड़ाई में नहीं पड़ना चाहते लेकिन हैं जरूर वर्तमान सरकार के साथ हैं सीएम के साथ हैं।
हम बीजेपी के साथ नहीं- रोत
हां बिल्कुल, हमारा जो मुद्दा है हमारी जो विचारधारा है उससे समझौता कतई नहीं करेंगे और हमारा जो था, कल से हमारी वो ही चर्चा चल रही है कि हमें इस लड़ाई में नहीं पड़ना है हम हमारी विचारधारा के साथ और सरकार के साथ थे और सरकार के साथ ही रहेंगे। कई बातें ऐसी हैं जो थोड़ी बहुत अमल में आईं थोड़ी बहुत अमल में नहीं आईं हैं और हमने राज्यसभा में भी इसी आधार पर क्योंकि महाराष्ट्र पैटर्न की बात है, महाराष्ट्र पैटर्न की बात हुई थी सीएम साहब ने एग्री किया था लेकिन अभी तक उसकी अमल और अभी जो स्थिति बनी हुई है क्योंकि हम किसी प्रकार किसी दल-बदल में किसी दल विशेष के साथ नहीं जाना चाहते लेकिन सरकार के साथ हैं। बीजेपी के साथ नहीं हैं।