जयपुर
चिकित्सकों को धरती का भगवान कहा जाता है। लेकिन राजधानी जयपुर के एक सरकारी अस्पताल में ऐसा मामला सामने आया है। जहां चिकित्सक ने मरीज़ को ना सिर्फ डराया बल्कि माफी मांगने के लिए भी मजबूर कर लिया। मामला है, जयपुर के गणगौरी अस्पताल का जिसमें डॉक्टर ने एक महिला मरीज़ और उसके परिजनों से पहले माफी मंगवाई और फिर छुट्टी दी। इस घटना के बाद से महिला और उसके परिजन काफी डर गए हैं। वहीं अस्पताल प्रशासन की तरफ से किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
यह है पूरा मामला
खोले के हनुमानजी निवासी आशीष की गर्भवती पत्नी हेमा को प्रसव के लिए गणगौरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हेमा के पति ने बताया कि हेमा को डॉ पुष्पा नागर की यूनिट में 22 फरवरी को एडमिट कराया था। जिसके एक दिन बाद ही शाम को महिला ने बच्ची को जन्म दिया। लेकिन डिलेवरी के दौरान अस्पताल में कार्यरत वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टाफ ने महिला के परिजनों से बधाई के तौर पर रूपए की मांग की। परिजनों ने 50 रू चिकित्साकर्मियों को दे दिए लेकिन ज्यादा राशी की मांग के बाद परिजन और चिकित्साकर्मियों में बहस हो गई। जिसके बाद मामला डॉ पुष्पा नागर के पास पहुंचा। डॉ नागर ने चिकित्साकर्मियों के साथ मिलकर छुट्टी के समय देख लेने की धमकी दी।
ये भी देखें –https://theangle.in/?p=3489
डॉक्टर की दादागिरी
डिलेवरी के दो दिन बाद महिला और बच्चे के स्वस्थ रहने के बाद भी डॉक्टर ने छुट्टी देने से इंकार कर दिया। परिजनों का आरोप है की काफी बार कहने के बाद भी डॉक्टर ने उन्हें छुट्टी नहीं दी। जिसके बाद अस्पताल में ही कार्यरत किसी अन्य स्टाफ ने परिजनों को डॉक्टर के घर जाकर उनसे माफी मांगने की सलाह दी। जिसके बाद अस्पताल में परेशान हो रहे महिला के परिजनों ने डॉ पुष्पा नागर से उनके घर जाकर माफी मांगी। महिला के परिजनों ने बताया कि अधीक्षक तक शिकायत पहुंचाई गई। अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद महिला को छुट्टी दी गई।
महिला को छुट्टी दे दी गई है वहीं इस मामले मेें किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है । मरीज़ के परिजनों ने गलत व्यवहार किया था इसलिए डॉक्टर ने पहले माफी मंगवाकर छुट्टी दी। अगर कोई गलती करेगा तो माफी तो मांगनी ही पड़ेगी। -अजय माथुर, अधीक्षक, गणगौरी अस्पताल
अस्पताल में हमें बहुत परेशान किया गया। छुट्टी देने के लिए मांफी मंगवाई गई। बहुत बार कहने और कई लोगों से सिफारिश करवाने के बाद हमें अस्पताल से छुट्टी मिली है। -आशीष, पीड़िता का पति