दा एंगल।
जयपुर।
प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की वजह से सब्जियाें के दामों में वृद्धि कर दी है। बारिश की अधिकता होने से हरी सब्जियों के दामों में तेजी आई है। सब्जियों के दाम बढ़ने से आम आदमी की जेब पर भार बढ़ गया है। पहले ही कोरोना की वजह से काम धंधे ठप पड़े हुए हैं उस पर कई जगह अधिक बारिश होने से सब्जियाें के दाम बढ़े गए हैं। इससे आम आदमी की मुश्किलें और बढ़ गई है। सब्जियों के दाम ऐसे बढ़े हैं कि आम आदमी की थाली से कई सब्जियां गायब होती जा रही है।
मंडियों में ऊंचे दाम पर आ रही सब्जियां
इस समय फूलगोभी सौ रुपए किलो के आस-पास चल रही है तो टमाटर के दाम भी 70 से 80 रुपए प्रति किलो चल रहे है। आलू का भाव लगातार बढ़ता जा रहा है। फुटकर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि थोक मंडियों से भी ऊंचे भाव पर सब्जियां आ रही हैं। मंडियों में आवक कम होने की वजह से भाव तेज है। थोक सब्जी कारोबारियों का कहा है कि अभी नई आवक नहीं होने की वजह से सब्जियों की कीमतांे में बढ़ोतरी हो रही है।
व्यापारियों का कहना है कि टमाटर की नई फसल की आवक शुरू होने से दाम में अब थोड़ी नरमी देखने को मिलेगी, जबकि बरसात के कारण अन्य फसलों की आवक कम हो रही है।
अधिक बारिश से फसलें खराब
सब्जी उत्पादक किसानों का कहना है कि खेतों में पानी होने से फसल खराब हो रही है, जिससे पैदावार पर असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि तोरई, भिंडी और घीया की पैदावार कम हो गई है। आलू का थोक भाव 12 रुपए से लेकर 26 रुपए प्रति किलो था, जबकि दो महीने पहले मंडी में आलू का थोक भाव 8 से 20 रुपए प्रति किलो था। प्याज का थोक भाव भी जून में जहां तीन रुपए से 10 रुपए प्रति किलो था वहीं दो दिन पहले को बढ़कर पांच से 13 रुपए प्रति किलो हो गया। वहीं, टमाटर का थोक भाव जून में 8 से 10 रुपए प्रति किलो था जो अब बढ़कर 25 से 30 रुपए प्रति किलो हो गया है।