द एंगल।
लखनऊ।
यूपी बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सालभर बाद अपनी नई टीम की घोषणा कर दी है। टीम में ज्यादातर उन चेहरों को जगह दी गई है जो यूपी की योगी सरकार में किसी पद पर तैनात नहीं हैं। गौतमबुद्धनगर से विधायक पंकज सिंह को अहम् जिम्मेदारी सौंपी गई है। पंकज सिंह को यूपी बीजेपी की नई टीम में उपाध्यक्ष बनाया गया है।
पंकज सिंह को योगी केबिनेट में जगह न मिलने पर उठे थे सवाल
बता दें योगी कैबिनेट के विस्तार के समय दो बार केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को जगह मिलने को लेकर चर्चा हुई थी। हालांकि दोनों ही बार उन्हें मायूस होना पड़ा था। पिछले साल अगस्त में जब योगी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तब भी पंकज सिंह को जगह मिलने की पूरी संभावना थी। आखिरी तक उनके नाम के कयास लगते रहे लेकिन जब शपथ लेने वाले मंत्रियों की फाइनल सूची में उनका कहीं नहीं था। इसे लेकर सियासी गलियारों में कई दिनों चर्चा बनी रही। राजनीतिक जानकारों का कहना था कि जब दूसरे वरिष्ठ नेताओं के परिवार के सदस्यों को सरकार में अच्छे पद पर हैं, तो पकंज को मंत्रिपरिषद् में जगह न मिलना सवाल पैदा करता है।
2017 में 11 घंटे पहले बदला फैसला
इससे पहले 2017 में यूपी में योगी सरकार के गठन के समय भी पंकज को कैबिनेट में लेने का विचार किया जा रहा था, लेकिन शपथग्रहण के 11 घंटे पहले ही फैसला बदल दिया गया था। हालांकि बीजेपी के आंतरिक सूत्रों ने इसके पीछे दूसरी वजह बताई। बीजेपी सूत्रों का कहना था कि चूंकि पंकज के पिता राजनाथ सिंह पहले से ही केंद्रीय मंत्री हैं, ऐसे में पंकज को यूपी के मंत्रिमंडल में जगह देना उचित नहीं था। ऐसे में पंकज को मंत्रिमंडल में जगह न देकर उन्हें प्रदेश कार्यकारिणी में दूसरा अहम् पद देने पर विचार किया गया।
2017 में पहली बार लड़ा चुनाव
बता दें निवर्तमान कार्यकारिणी में विधायक पंकज सिंह महामंत्री थे। पंकज सिंह 2004 में प्रदेश कार्यकारिणी में बतौर सदस्य शामिल होने के बाद 2007 में बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने। इसी साल वे प्रदेश कार्यसमिति में शामिल हुए और 2009 में प्रदेश मंत्री बने। इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव में पंकज सिंह ने नोएडा विधानसभा सीट से पहली बार चुनाव लड़ा था और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुनील चौधरी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी।
15 साल से भी अधिक समय से सक्रिय राजनीति में
उल्लेखनीय है कि पंकज सिंह 15 साल से भी ज्यादा समय से बीजेपी से जुड़े हुए हैं। कहा जाता है कि उन्हें यूपी की राजनीति और यहां की कमियों के बारे में काफी करीब से जानकारी है। यूपी में किस तरह के विकास की जरूरत है और उसके लिए क्या प्लानिंग सही रहेगी, इसके लिए उनके अनुभव को अब संगठन में इस्तेमाल किया जाएगा। बीजेपी की नई टीम 2022 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बनाई है। टीम में नए 17 नए और युवा चेहरों को जगह दी गई है, तो वहीं क्षेत्रीय और जातीय समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा गया है।