द एंगल।
जयपुर।
प्रदेश में कोरोना महामारी लगातार बढ़ती जा रही है। रोजाना इस संक्रमण के काफी मामले सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं, अब तो प्रदेश में जनप्रतिनिधि भी इस संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं। इसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बेहद गंभीर हैं और इसीलिए आज उन्होंने प्रदेश के करीब 15 जिला कलेक्टरों के साथ वीसी के जरिए कोरोना समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग सहित कलक्टर, एसपी, रेंज आईजी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कोटा कलक्टर को लगाई फटकार
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कोरोना पर जल्द से जल्द काबू पाने के लिए कंटेनमेंट जोन में सख्ती से क्वारंटाइन और हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करवाने, संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जागरूकता पर जोर देने के निर्देश दिए। इसके अलावा क्योंकि अब जनप्रतिनिधि भी कोरोना की चपेट में आते जा रहे हैं, इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी विधायकों का कोरोना टेस्ट कराने का भी फैसला लिया गया। वहीं कोटा कलक्टर को जिले में दोबारा लॉकडाउन लगाने के फैसले को लेकर मुख्यमंत्री ने फटकार भी लगाई और कहा कि आगे से अपने स्तर पर ही लॉकडाउन लगाने जैसा फैसला ना करें।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कोरोना जागरूकता अभियान वापस चलाने के भी संकेत दिए। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोरोना के चलते हुई मौतों के आंकड़ों की ऑडिट करने के निर्देश दिए। वहीं 45 साल से कम उम्र वाले लोगों की कोरोना के चलते मौत होने पर मुख्यमंत्री ने चिंता व्यक्त की।
चिकित्सा मंत्री बोले- सावधानी बरतकर ही लगाई जा सकती है कोरोना पर लगाम
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि सावधानी बरतने से ही कोरोना पर लगाम लगाई जा सकती है। प्रदेश सरकार जनता को कोरोना से बचाने के लिए तत्पर है और इसके लिए प्रदेश में कोरोना जांच क्षमता लगातार बढ़ाई जा रही है। चिकित्सा मंत्री ने आगे कहा कि हाल के दिनों में पूर्व में कोरोना नेगेटिव हो चुके लोग फिर से कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसे देखते हुए एसएमएस अस्पताल में ऐसे कोरोना संक्रमितों के लिए भी व्यवस्था की जा रही है। यही नहीं अस्पताल में 40 आईसीयू बेड की व्यवस्था भी की गई है।
प्रदेश के सभी विधायकों और सांसदों से की कोरोना जांच करवाने की अपील
विधायकों की कोरोना जांच करवाने के सवाल पर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राजनीति में लोगों से मिलना-जुलना ज्यादा होता है। ऐसे में एहतियात बरतते हुए सभी विधायकों की कोरोना जांच करवाई जाएगी। यही नहीं आगामी 14 सितंबर से संसद का मानसून सत्र भी शुरु होने जा रहा है। इसलिए प्रदेश के सांसदों से भी मानसून सत्र में शामिल होने से पहले कोरोना जांच करवाने की अपील की गई है।