द एंगल
जयपुर।
गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेेकर राजस्थान में एक बार फिर से गुर्जरों का हल्ला बोल होने वाला है। जिसके चलते पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। भरतपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है। गुर्जर आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा बलों की 19 कंपनियां गुर्जर बहुल इलाकों में भेजी गई हैं। वहीं भरतपुर के बयाना में जीआरपी के 50 और आरपीएफ के 150 जवान भेजे गए हैं। कई तहसीलों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही शांति भंग करने वाले लोगों पर रासुका लगाने के आदेश भी दिए गए हैं।
रविवार से गुर्जर आंदोलन होगा शुरू
कर्नल किरोडी सिंह बैंसला ने समाज के लोगों से 1 नवंबर को पीलूपुरा पहुंचने का आह्रवान किया है। इससे पहले कर्नल बैंसला ने सरकार से किसी भी प्रकार की बातचीत करने से इनकार कर दिया। साथ ही सरकार पर समाज की मांगों को नहीं मानने का आरोप लगाते हुए 1 नवंबर से आंदोलन करने की अंतिम चेतावनी दी। वहीं कर्नल बैंसला ने हिंडौन सिटी में अपने आवास पर समझाइश करने आ रहे पुलिस प्रशासन की एंट्री भी बंद कर दी है। इसके साथ ही बैंसला ने प्रदेशभर में चक्का जाम करने की चेतावनी भी दी है। इससे पहले 17 अक्टूबर को गुर्जर समाज की महापंचायत में उनकी मांगें मानने के लिए सरकार को 15 दिन का समय दिया गया था। लेकिन राज्य सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई, जिसकी वजह से गुर्जर समाज अब आंदोलन करेगा।
सड़क से पटरी तक होगा आन्दोलन
कर्नल बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने एक प्रेसवार्ता में कहा कि इस बार गुर्जरों का आंदोलन पटरी से लेकर सड़क तक होगा। साथ ही विजय बैंसला ने कहा कि इस आंदोलन में पूरा गुर्जर समाज एक साथ है। 1 नवंबर को पीलूपुरा में जुटने के साथ गुर्जर समाज के लोग सिकंदरा में नेशनल हाईवे 11 पर एकत्र होंगे।