दा एंगल।
जयपुर।
प्रदेश के मौसम मेें लगातार बदलाव हो रहा है। एक ओर जहां सुबह-शाम सर्दी के तेवर तेज हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मौसम में फिर बदलाव हुआ है। जहां एक ओर मौसम विभाग ने अगले तीन महीनों में सर्दी तेज पड़ने की भविष्यवाणी की थी। वहीं बाडमेर में दिन का तापमान 34 डिग्री तक पहुंच गया था। जो 2003 के बाद दूसरी बार यह हुआ है। 2003 में बाड़मेर में दिन का तापमान 35 डिग्री के ऊपर चला गया था।
सर्दी का प्रदेश में सितम हुआ कम
वहीं बात करें प्रदेष के दूसरे हिस्सों की तो वहां पर सर्दी के तेवर तीखे नजर आ रहे हैं। शेखावटी में सर्दी का प्रकोप जारी है। यहां पर तापमान 10 डिग्री से नीचे रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिम विभोक्ष के चलते सर्दी के तेवर आने वाले दिनों में और तेज हो सकते हैं। वहीं राजधानी जयपुर में धूप खिलने से सर्दी में कुछ कमी आई है। वहीं जिले में दिसंबर माह के दस्तक देते ही सर्दी बढ़ने की बजाय न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। अभी सुबह शाम सर्दी का असर है। दिन के समय सूरज निकलने के बाद अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास है।
नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में जिले में हल्की बारिश होने के बाद न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई थी। इसके बाद सर्दी का असर तेज हो गया था। अब पिछले करीब 5 दिनों से तापमान घटने की बजाय दो से 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है। इस कारण अभी सुबह शाम ही सर्दी है। दिन के समय सर्दी का ज्यादा असर नहीं है। सुबह से लेकर शाम तक सूरज की तपन रहती है। हालांकि अब हवा में पहले से काफी ज्यादा ठंडक है।
फसलों पर पड़ेगा प्रभाव
मौसम के जानकारों का कहना है कि सर्दी का असर देर से शुरू होने का सीधा प्रभाव फसलों पर भी पड़ेगा। आगे सरसों की अगेती फसल के पकने के समय पाला पड़ा तो नुकसान की संभावना ज्यादा है। हालांकि किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल के लिए सर्दी आखरी दिनों तक भी अच्छी रहती है।