द एंगल
नई दिल्ली।
गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब पुलिस प्रशासन सख्त नजर आ रहा है। दिल्ली पुलिस ने किसान नेता योगेंद्र यादव, बलदेव सिरसा और बलबीर एस राजेवाल समेत कम से कम 20 नेताओं को ट्रैक्टर रैली के समझौते को तोड़ने को लेकर नोटिस भेजा है। इस पर उन्हें जवाब के लिए तीन दिन दिए गए हैं।
दिल्ली पुलिस ने जिन नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी करेगी। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस किसान नेताओं के पासपोर्ट सरेंडर करने की प्रक्रिया शुरू करेगी।
प्रायश्चित के लिए 31 जनवरी को एक दिवसीय उपवास रखेंगे कई किसान
वहीं हिंसा के बाद किसान संगठन लगातार बैकफुट पर है। किसान नेता युद्धवीर सिंह ने आज हिंसा को लेकर माफी मांगी है। युद्धवीर सिंह ने कहा की हिंसा के लिए वह काफी शर्मिंदा है। हिंसा को लेकर निंदा कर रहे अन्नदाताओं ने कहा की वे प्रायश्चित के लिए 31 जनवरी को एक दिवसीय उपवास करेंगे।
राकेश टिकैत की सरकार को चेतावनी
वहीं बुधवार को पुलिस ने गाजीपुर बाॅर्डर पर बिजली काट दी। जिसके बाद किसान नेताओं ने रातभर पहरा दिया। इसके बाद राकेश टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा की सरकार दहशत फैलाने का काम कर रही है। सरकार यदि ऐसी हरकत करेगी तो फिर जो होगा, उसके लिए वो खुद जिम्मेदार होगी।
वहीं एडीजी, आईजी, डीएम, एसएसपी समेत भारी पुलिस बल गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा है, जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है। माना जा रहा है कि आज यहां से प्रदर्शन खत्म कराया जा सकता है।
गौरतलब है की दिल्ली में पिछले दो महीनों से कृषि कानूनों के खिलाफ अन्नदाता आंदोलन कर रहे है और इसी के तहत अपना विरोध जाहिर करने के लिए 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी। लेकिन इस रैली में कुछ उपद्रवियों ने हिंसा भडका दी। इस मामले में अब तक करीब 200 उपद्रवी गिरफ्तार हो चुके है। वहीं हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे।