दा एंगल।
जयपुर।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में अपना तीसरा बजट पेश किया। पहली बार पेपरलेस बजट को प्रस्तुत किया गया है। केंद्र सरकार ने अपने बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। चाहे वो शिक्षा को या स्वास्थ्य या मजदूर वर्ग को या छात्र वर्ग हर किसी को कुछ ना कुछ दिया है। बुजुर्गों और बाजार को केंद्र सरकारी की ओर से पेश किया गया बजट भाया। बजट के बाद शेयर मार्केट में जबरदस्त बूम देखा गया। लेकिन इतना सब कुछ होने के बावजूद केंद्र सरकार ने करदाताओं को कोई राहत नहीं दी है। इसे करदाताओं में निराश है। बजट में टैक्स स्लैब को छेड़ा ही गया नहीं है।
इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव नहीं
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2021 के जरिए किसानों से लेकर मिडिल क्लास तक को साधने का प्रयास किया है। हालांकि मिडिल क्लास के हाथ एक बार फिर से मायूसी ही लगी है। इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। करीब पौने दो घंटे के भाषण में वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि 75 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को आईटीआर फाइल करने की जरूरत नहीं होगी। यह रियायत उन लोगों के लिए है, जिनकी कमाई का स्रोत पेंशन के अलावा कुछ और नहीं है। वहीं एनआईआर को डबल टैक्स सिस्टम से छूट दी गई है।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने किए कई एलान
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का ऐलान किया है। इस पर 64 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम खर्च करेगी। इसके अलावा सरकार ने पुराने वाहनों के लिए स्क्रैप पॉलिसी लॉन्च करने का ऐलान किया है। हर वाहन के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट लेना होगा। वहीं वित्त मंत्री ने बजट में पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों पर विशेष फोकस किया है। बंगाल में नई सड़कों के लिए 25,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया जाएगा। इसके अलावा कई रेल प्रोजेक्ट्स के लिए भी वित्त मंत्री ने ऐलान किए हैं।