दा एंगल।
जयपुर।
कांग्रेस तीन कृषि कानूनों के खिलाफ खुलकर मुखर हो गई है। प्रदेशभर में कांग्रेस ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पदयात्रा निकाली। पदयात्रा के जरिए कांग्रेस केंद्र सरकार को इन तीनों काले कानूनों को वापस लेने की बात कही है। प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि पार्टी हमेशा से किसानों के साथ है। पदयात्रा के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पदयात्रा में भारी संख्या में जुटे कांग्रेस
प्रदेशभर में कांग्रेस की ओर से निकाली गई इस पैदल मार्च में कांग्रेसियों की भारी भीड़ नजर आई। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी जयपुर में पार्टी का पैदल मार्च शुरू हो गया। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास की अगुवाई में यह मार्च निकाला जा रहा है। इसमें डॉ. महेश जोशी ऊंट पर सवार हैं। इस मार्च में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भी शामिल होना था, लेकिन दोनों शामिल नहीं हुए। बताया जा रहा है कि सीएम नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के कारण शामिल नहीं हो पाए। डोटासरा सीकर दौरे पर हैं।
पदयात्रा में कैबिनेट मंत्री हुए शामिल
जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से शुरू हुए पैदल मार्च में ऊंट और ट्रैक्टर पर भी कार्यकर्ता सवार हैं। कार्यकर्ता कांग्रेस के झंडे और हाथ में तख्तियां लिए हुए हैं, जिनमें कृषि कानून को वापस लेने के नारे लिखे हुए हैं। यह पैदल मार्च चांदपोल बाजार से छोटी चैपड़, त्रिपोलिया गेट, बड़ी चौपड़, रामगंज चौपड़, सूरजपोल अनाज मंडी होकर गलता गेट तक जाएगा। राजधानी के परकोटे में दो घंटे तक ट्रैफिक बुरी तरह से प्रभावित नजर आई।
इस मौके पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह ने कहा कि केेंद्र सरकार को किसानों के हितों को देखते हुए इस कानूनों को वापस लेना चाहिए। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कहा कि बढ़ते तेल के दामों से आमजन त्रस्त हो गया है। प्रताप सिंह ने कहा कि किसी भी कीमत पर सरकार की ज्यादती को सहन नहीं करेंगे। आरएसएस-भाजपा लोकतंत्र विरोधी है। कांग्रेस नेता गिर्राजा व्यास ने कहा कि 90 दिन के करीब हो गए किसान आज भी डटा हुआ है। वहीं पंजाब के चुनाव में इसका नतीजा देखने को मिल गया है।